लखनऊ. उपचुनाव का कार्यक्रम जारी होने के साथ ही प्रदेश में सियासी हलचल तेज है। पर, अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट का चुनाव घोषित न होने से विपक्ष हमलावर भी है। पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ की ओर से कोर्ट में याचिका के चलते मिल्कीपुर सीट का चुनाव कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है। पर, अब बाबा गोरखनाथ ने अपनी याचिका वापस लेने का फैसला किया है।
इसके साथ ही उन्होंने मिल्कीपुर से चुनाव लड़ने का दावा भी किया। इस बारे में के समाचार संपादक उत्कर्ष चतुर्वेदी ने उनसे विस्तृत बातचीत की है। पेश हैं बातचीत के अंश…
आप कोर्ट में दाखिल याचिका क्यों वापस लेना चाहते हैं?
पिछले चुनाव में वोटों की गिनती के दौरान कुल पड़े वोट और गिने गए वोट में अंतर था, इसे लेकर मैं कोर्ट में गया था। इसमें एक दूसरा मामला नोटरी का भी था। इस बीच अवधेश ने अयोध्या से सांसद बनने के बाद मिल्कीपुर सीट से इस्तीफा दे दिया, लेकिन हमें नहीं मालूम था कि याचिका के चलते चुनाव रुक जाएगा। मैं चाहता हूं यहां चुनाव हो, इसलिए याचिका वापस लेने का फैसला किया है।
विपक्ष कह रहा है कि आप चुनाव नहीं जीत सकते इसलिए चुनाव टाला गया है?
विपक्ष भ्रम में है। मैंने चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी की है। हमारे लोग प्रचार व सभाएं कर रहे हैं। चुनाव लड़कर फिर मैं भगवा परचम फहराऊंगा।
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क्या भाजपा के बड़े नेताओं से आपकी कोई बातचीत हुई?
पार्टी के नेताओं से बात करके ही मैंने याचिका वापस लेने का फैसला किया है। उम्मीद है कि एक-दो दिन में कोर्ट से आदेश भी आ जाएगा। हम खुद आदेश की कॉपी चुनाव आयोग को भेजेंगे ताकि चुनाव की तारीख घोषित हो सके।
क्या आप चुनाव लड़ना चाहते हैं?
बिलकुल, मैं अवधेश प्रसाद के खिलाफ तीन बार चुनाव लड़ चुका हूं। उन्हें हराया भी है। जमीन पर काम कर रहा हूं। ऐसे में मेरा बिल्कुल दावा है, लेकिन संगठन का निर्णय अंतिम होगा।
क्या फैजाबाद की हार का मिल्कीपुर में हिसाब बराबर होगा?
हम निश्चित तौर पर मिल्कीपुर में बड़ी जीत हासिल करेंगे। सबने फैजाबाद को अयोध्या कहा, वैसे ही मिल्कीपुर को भी अयोध्या कहिए। हम पहले भी वहां जीते हैं, लोकसभा चुनाव में मिल्कीपुर में सपा को बड़ी लीड नहीं मिली थी।