लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय, लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 64वें परिनिर्वाण दिवस पर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर संविधान निर्माण में उनकी भूमिका पर चर्चा की गई तथा संकल्प लिया कि समाजवादी पार्टी डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के विचारों के रास्ते पर चलने को प्रतिबद्ध है।
प्रदेश कार्यालय लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।श्री यादव ने कहा कि डाॅ. भीमराव अम्बेडकर ने दलितों एवं वंचितों के हितों और सम्मान की लड़ाई लड़ी थी। सामाजिक भेदभाव, अन्याय और विषमता के खिलाफ दलित समाज में चेतना जगाने का काम किया था। वे आजीवन संषर्घशील रहे। अपने समाज को उन्होंने शिक्षित बनो, संगठित हों तथा संघर्ष करो का मंत्र दिया था।
श्री यादव ने कहा, वे दलितों के मसीहा थे। भारत के आजाद होने पर देश के संविधान निर्माण का महत्वपूर्ण कार्य भी उन्होंने किया था। उन्होने कहा कि बाबा साहेब द्वारा समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को आगे ले जाने की यात्रा हम सबको एकजुट होकर पूरी करनी है। इस मौके पर अहमद हसन, नरेश उत्तम पटेल, राजेन्द्र चौधरी, एस.आर.एस. यादव, अरविन्द कुमार सिंह, मिठाई लाल भारती, आनन्द भदौरिया, राजेश यादव, दानिश सिद्दीकी, धीरज श्रीवास्तव, मनोज वर्मा, दीपू श्रीवास्तव, राजवर्धन एवं जयवीर रावत आदि सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।