बछरावां/रायबरेली। बछरावां कस्बा सहित पूरे रायबरेली जनपद में घूमने वाले आवारा पशुओं खासकर सांडों के आतंक से आम आदमियों के साथ-साथ अब व्यापारी भी दहशत में हैं। इन पशुओं का आतंक बाजारों में भी बढ़ गया है। आए दिन पशु समूह बनाकर बाजारों में घूमते रहते हैं, जिससे दुकानदार व बाजारों में खरीदारी करने आने वाले ग्राहक बेहद डरे हुए हैं। इस समस्या से परेशान व्यापारियों ने जिले के मुखिया जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव से आग्रह किया है कि, आवारा पशुओं का कोई प्रबंध कराएं, ताकि लोगों के अंदर घर कर चुकी दहशत समाप्त हो।
आपको बता दें कि, एक ऐसा ही मामला जनपद के बछरावां कस्बे में देखने को मिला जहां छुट्टा आवारा सांडों की लड़ाई का नजारा देख बाजार में मौजूद ग्राहक और दुकानदार भयभीत नजर आए। यहां लखनऊ प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर बछरावां चौराहे पर थाने के सामने अचानक आवारा पशुओं के झुंड में दो सांडों की लड़ाई ने कस्बे के लोगों में हलचल मचा दी।
विदित हो कि, बछरावां कस्बे में लगातार आवारा साड़ो का कब्जा हाईवे के किनारे एवं कस्बे के चारों तरफ बना रहता है। भीड़भाड़ वाले इलाके में मेन चौराहे पर अचानक 2 साड़ लड़ते नजर आए। जिससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया। लोगों ने उनको भगाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों में लड़ाई इस कदर हो रही थी, मानों वह एक दूसरे को मरने व मारने पर उतारू हो।
अभी बीते दिनों आवारा जानवरों के लिए जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने मोहर्रम के त्यौहार में शहर भ्रमण करने के दौरान इधर-उधर घूमते और लड़ते नजर आने पर तत्काल प्रभाव से संबंधित अधिकारियों को आदेशित करते हुए कहा था कि, क्षेत्र में जितने भी आवारा सांड इधर-उधर घूम रहे हैं, उनको तत्काल प्रभाव से गौशालाओं के अंदर शिफ्ट किया जाए, इसके बावजूद भी संबंधित अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही हैं। जिसका नतीजा बछरावां चौराहे का है, जोकि देखने को मिला, यहां आवारा साड़ो का झुंड आपस में लड़ता दिखाई दिया। जिसमें एक वृद्ध जो पेशे से मोची का काम करते हैं, वह सांडों की लड़ाई में बाल बाल बचा। यहां थोड़ी सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती थी। आवारा साड़ो का आतंक इस कदर बढ़ा हुआ है कि, हाईवे के दोनों तरफ लंबी लंबी गाड़ियों की लंबी लंबी कतारें लग जाती है।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा