देशभर में कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन का असर कारोबार पर ही नहीं बल्कि इंटरनेट सेवाओं पर भी पड़ रहा. लॉकडाउनक के चलते इंटरनेट सेवा पर जबरदस्त दबाव है जिससे इंटरनेट की स्पीड लगातार कम हो रही है. इससे पहले कि इंटरनेट प्रादन करने वाली कंपनियों के उपकरणों में कोई गड़बड़ी आए, सेल्युलर ऑपरेटर एसोसिएशन के अनुरोध पर बड़ी कंपनियों ने 14 अप्रैल तक एचडी वीडियो क्वॉलिटी पर रोक लगा दी है.
जिससे इंटरनेट की स्पीड वर्तमान स्पीड बेहतर हो सके. अब एचडी यानी हाई डेफेनिशन की बजाए लोग एसडी यानी स्टैंडर्ड डेफेनिशन में वीडियो देख सकते हैं. जानकारों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान डेटा की खपत 22 से 23 प्रतिशत तक बढ़ गई है.
इंटरनेट पर लगातार दबाव बढ़ने की वजह से व्हाट्सएप ने भी कुछ बदलाव किए हैं. अब व्हाट्सएप ने वीडियो स्टेटस लगाने की निर्धारित सीमा को कम कर दिया है. जिसके मुताबिक, व्हाट्सएप यूजर्स अब 30 सेकंड की बजाए 15 सेकंड का ही स्टेटस लगा सकेंगे.
बता दें कि घरों में बैठे लोग यू-ट्यूब, कई मोबाइल ऐप पर लाइव स्ट्रीम वीडियो देख रहे हैं. जिससे इंटरनेट डेटा की खपत बढ़ी है जिससे इंटरनेट की स्पीड भी कम हुई है. इसी को देखते हुए इन साइटों ने फिलहाल एचडी प्रसारण को रोक दिया है. सेल्युलर ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि ज्यादा दबाव से उपकरणों पर असर पड़ सकता है.
एक प्रमुख टेलीकॉम कंपनी के अधिकारी का कहना है कि मौजूदा समय में ज्यादातर लोग घर से काम कर रहे हैं. दूसरी तरफ महिलाएं और बच्चे भी काफी समय इंटरनेट को दे रहे हैं. स्कूल कॉलेज बंद हैं.
प्रति व्यक्ति डेटा की खपत बढ़ कर 15 से 16GB प्रतिदिन हो गई है. बीएसएनएल के यूपी ईस्ट सर्किल में 3जी मोबाइल डेटा की प्रतिदिन खपत 143 TB यानी टेराबाइट से बढ़कर 170 TB प्रतिदिन हो गई है.