राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमें आवाज बुलंद करनी पड़ती है। मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की। हो सकता है किन्ही लोगों को बात पसंद नहीं आई हो।
सचिन पायलट ने कहा कि मां-बाप पेट काटकर पढ़ाई कराते हैं। वे परीक्षा देते हैं। पेपर लीक हो जाता है। पेपर कैंसिल हो जाता है। हमें दुख नहीं होता है। उस पर कार्रवाई करने में इतना समय क्यों लगता है। न्याय दिलाने में इतनी पीड़ा क्यों होती है।
क्योंकि कुर्सियों पर वो लोग नहीं बैठे। जो गांव से निकल कर गए है। उन कुर्सियों पर वो लोग नहीं बैठे जिनका दिल दुखे। जिन्हें 10 हजार की और 50 हजार की कीमत का पता हो। पायलट ने कहा कि संकल्प हमको लेना पड़ेगा भविष्य के लिए। रोजगार के अवसरों में बाड़मेर के नौजवान तो प्राथमिकता देंगे तो क्या गलत है। सब सपने साकार हो सकते है। सब को साथ लेकर चलने की जरूरत है।
लेकिन मुझे कोई परवाह नहीं है। मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा। आप सब लोगों के लिए। क्योंकि दीमक की तरह यह भ्रष्टाचार हम लोगों के खा रहा है। ईमानदारी, सादगी, राजनीतिक जीवन में स्पष्टवादिता। अच्छे आचरण वाले लोग अगर राजनीति में आएंगे। महत्वपूर्ण पदों पर बैठेंगे। अच्छे लोगों का चयन आपको करना है।
सचिन पायलट ने कहा कि दिल्ली में हमारी बच्चियां जंतर-मंतर पर बैठी है। बीजेपी सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। सचिन पायलट ने बाड़मेर में विरेंद्र छात्रावास का उद्धघाटन करने के बाद आयोजित जनसभा में इशारों में सीएम अशोक गहलोत को निशाने पर ले लिया।