कर्नाटक में कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे को जान से मारने की धमकी देने के मामले में भाजपा कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया। कलबुर्गी जिले के चित्तपुर में रहने वाले मणिकांत राठौर की गिरफ्तारी हैदराबाद से हुई, जिसे कुछ घंटों बाद ही बेल पर रिहा कर दिया गया। राठौर के खिलाफ ब्रह्मपुर पुलिस स्टेशन में स्थानीय #कांग्रेस नेताओं ने शिकायत दर्ज कराई थी। बीजेपी वर्कर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
प्रियांक खड़गे ने कहा कि मुझे भाजपा से धमकी भरे फोन आए, लेकिन मैं चुप रहा। अगर उन्होंने जिले में हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया, तो मैं मूक दर्शक नहीं रहूंगा, बल्कि कानून अपने हाथ में लेने से भी पीछे नहीं हटूंगा। खड़गे की यह टिप्पणी भाजपा की ओर से चित्तपुर तालुका में ‘लापता’ कैप्शन के साथ उनके (खड़गे) के पोस्टर चिपकाए जाने के बाद आई।
गौरतलब है कि भाजपा ने मंगलवार को चित्तपुर में पोस्टर चिपकाए थे, जिसमें लिखा कि कांग्रेस विधायक पिछले डेढ़ महीने से लंबित विकास कार्यों और स्वीकृतियों के बीच लापता हैं। इसमें आगे लिखा था कि अगर किसी को उनका पता चलता है तो उन्हें उनके निर्वाचन क्षेत्र में भेजा जाना चाहिए।
खड़गे ने धमकी भरे फोन कॉल के जवाब में सोमवार को कहा कि सत्ताधारी पार्टी के एक भी कार्यकर्ता को उनके चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र में पैर नहीं रखने दिया जाएगा। #खड़गे ने कहा, ‘अगर हम संकल्प लेते हैं, तो हम एक भी भाजपा कार्यकर्ता को अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने देंगे। न केवल चित्तपुर निर्वाचन क्षेत्र में, बल्कि उन्हें कलबुर्गी जिले में भी पैर नहीं रखने देंगे। क्या आप जिले में ऐसा माहौल चाहते हैं।’