लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अब राजनीति में जबरदस्त तरीके सक्रिय हो गईं हैं।मायावती ने बसपा की पुरानी नीति मंडल व्यवस्था को समाप्त कर सेक्टर्स के हिसाब से क्षेत्र तय करने की घोषणा की है।
पूर्व सीएम मायावती ने अपनी रणनीति बदलते हुए उत्तर प्रदेश को सेक्टर्स में बदलने का निर्णय लिया या है। नई रणनीति के तहत 18 मंडलों को 9 सेक्टर्स में बांट जाएगा। हर के सेक्टर में दो मंडल होंगे। इस रणनीति के तहत प्रभारी भी घोषित किए गए हैं,जो मायावती को सीधे रिपोर्ट करेंगे। मायावती ने कोऑर्डिनेटर्स की जिम्मेदारियों को भी रिव्यू किया। इसके बाद तय किया गया कि सभी कोऑर्डिनेटर अब सेक्टर इंचार्ज की तर्ज पर काम करेंगे।
2024 लोकसभा में किसके साथ रहेगी बसपा?
बताते चलें कि हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री बसपा मुखिया मायावती ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी पंजाब और हरियाणा में क्षेत्रीय दलों के साथ कुछ शर्तों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बसपा अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेगी। इसके साथ ही मायावती ने साफ कर दिया था कि उनकी पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।
विपक्ष के सभी दावे खोखले
पूर्व सीएम मायावती ने हाल ही में कहा था कि एक तरफ सत्ता पक्ष फिर से अपनी सरकार बनाने की दलीलें दे रहा है,तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी गठबंधन के सहारे सत्ता में आने के सपने देख रही है। दोनों ही गठबंधन सरकार में आने के लिए अपने-अपने दावे ठोक रहे हैं,लेकिन जिन लोगों ने पहले जो वादे किये थे, वो खोखले साबित हुए।
क्षेत्रीय दलों को साथ लाने की कवायद
पूर्व सीएम मायावती ने कहा था कि क्षेत्रीय दलों को अगर साथ आना है तो उसके लिए शर्त यह है कि उनका एनडीए और बदले गए यूपीए से भी कोई संबंध नहीं होना चाहिए। बसपा को भी सत्ता पर आसीन होने का अवसर मिल सकता है।इन सब बातों को ध्यान में रखकर बसपा को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना जैसे राज्यों में अकेले चुनाव लड़कर दमखम दिखाना है।
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