मेरठ। राष्ट्रीय लोकदल के संस्थापक चौधरी अजित सिंह का अस्थि विसर्जन रविवार को बृजघाट पर विधि विधान के साथ गंगा नदी में किया गया। श्री सिंह का पिछली छह मई को कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया था। अस्थि विसर्जन की सारी क्रियाएं उनके पुत्र एवं रालोद उपाध्यक्ष जयन्त चौधरी ने की। इस मौके पर पुत्रवधु चारु चौधरी, दामाद विक्रमादित्य सिंह और उनकी भाँजी के पति शैलेन्द्र अग्रवाल मौजूद रहे।
कोविड गाइड लाइन के चलते भीड़ जुटने से बचाने के लिए अस्थि विसर्जन की जानकारी किसी कार्यकर्ता को पहले से नही दी गई थी। भीड़ जुटने की स्थिति में रालोद समर्थकों और किसान मजदूरों में महामारी के संक्रमण के फैलाव के खतरे को देखते हुए जयन्त चौधरी पूरी सतर्कता बरत रहे थे।
रालोद प्रवक्ता सुनील रोहटा ने बताया कि देश के किसान मजदूरों की भावनाओं और अजित सिंह की किसी भी अंतिम क्रिया में शामिल न हो पाने का रालोद समर्थकों के मलाल में डूबे होने का अहसास भी भली भाँति है। इसके सबके बावजूद भी रालोद नेताओं और समर्थकों द्वारा अपनी भावनाओं के सैलाब पर नियंत्रण रखते हुवे अपने घरों से ही यज्ञ हवन इत्यादि कर अपने नेता को श्रद्धांजिल अर्पित की गयी।