प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान पर उत्तर प्रदेश में विशेष महत्व दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इसके प्रति सजग रहे है। अनेक बार उन्होंने इस अभियान में सक्रिय भागीदारी भी की है। इस दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है।
स्वच्छ शहरों की सूची भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने जारी किया। टॉप ट्वेंटी में यूपी के चार शहर को जगह मिली। राजधानी लखनऊ बारहवें स्थान पर है। आगरा, गाजियाबाद व प्रयागराज को भी स्थान मिला।
योगी आदित्यनाथ ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की है। कहा कि प्रदेश के दस लाख से अधिक आबादी वाले नगरों की रैंकिंग में काफी सुधार किया हुआ है। लखनऊ के बाद आगरा को सोलहवां, गाजियाबाद को उन्नीसवां,प्रयागराज को बीसवां,कानपुर को पच्चीसवां तथा वाराणसी को सत्ताईसवां स्थान मिला है।
योगी ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में उत्तर प्रदेश द्वारा सर्वाधिक पुरस्कार प्राप्त किए जाने पर राज्य की जनता को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण के शीर्ष बारह अवाॅर्डों में से राज्य को दो अवाॅर्ड मिले हैं। प्रदेश की उन्नीस निकायों ने विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त कर उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में संचालित स्वच्छता अभियान के फलस्वरूप साफ सफाई के सम्बन्ध में देश में व्यापक स्तर पर जनजागरूकता सृजित हुई है। स्वच्छता सम्बन्धी जागरूकता वैश्विक महामारी कोविड से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत मिशन का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करा रही है। स्वच्छता के महत्व को ध्यान में रखते हुए वर्तमान अनलाॅक व्यवस्था में प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को प्रदेश में विशेष स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन अभियान संचालित किया जा रहा है। प्रदेश के कई नगरों द्वारा अपनी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किए है। मुख्यमंत्री ने इस पर संतोष व्यक्त किया। कहा कि इसे बेहतर करने के लिए प्रभावी प्रयास सतत जारी रखे जाएं।
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री