मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में मुर्गों से जुड़ा एक अनोखा मामला देखने को मिला है। यहां एक कोर्ट में दो मुर्गों की पेशी होनी है। अब आप सोच रहें होगें कि आखिर इन मुर्गों की पेशी क्यों होनी हैं। इनका क्या जुर्म है तो यहां पढ़ें पूरा मामला…
अनोखा मामला मध्यप्रदेश के बैतुल का
मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में पुलिस को सूचना मिली थी कि आठनेर थाना क्षेत्र खैरी गांव में मुर्गा लड़ाई की तैयार हो रही है। इस लड़ाई में काफी बड़े-बड़े दांव लगे थे।
- ऐसे में पुलिस ने यहां पर हाल ही में मुर्गा लड़ाई पर दांव लगाने वाले एक अड्डे पर छापा मारा था।
- इस दौरान मुर्गा लड़ाई के आयोजक तो भाग गए लेकिन एक शख्स पकड़ा गया।
- इतना ही नहीं पुलिस को दो मुर्गे और नौ बाइकें भी मौके पर मिली थीं।
- ऐसे में पुलिस ने उस शख्स के साथ दोनों मुर्गों को हिरासत में लिया।
- इसके बाद अब पुलिस इन सभी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है।
- फिलहाल पुलिस ने थाने में ही मुर्गों के दाने-पानी का खास इंतजाम किया हुआ है।
- मुर्गों का खास ख्याल रखा जा रहा है। ये दोनों मुर्गे लडा़ई के लिए तैयार हो रहे थे।
- बतादें कि मध्यप्रदेश समेत कुछ राज्यों में मुर्गा लडा़ई कराई जाती है।
- इस लड़ाई में कई बार दांव लाखों में लगते हैं।
- लडा़ई के लिए एक खास किस्म के मुर्गों को तैयार किया जाता है।
- मुर्गे के मालिक अपने परिवार की तरह ही इनका ध्यान रखते हैं।
- मुर्गों को हिंसक बनाने के लिए जंगली जड़ी बूटी तथा गौर (बायसन) का पित्त भी खिलाया जाता है।
- लड़ाई के लिए निश्चित स्थान को कुकड़ा गली या कुकड़ा घर भी कहते हैं।
- यहां लोग अलग-अलग जगहों से प्रशिक्षित मुर्गे लेकर आते हैं।
- एक हिस्से में गोल घेरा बनाकर मुर्गों को उतारा जाता है।
- कई जगहों पर तो इस दौरान उनके पैरों में धागे की मदद से छुरी बांध दी जाती है।
- इस छुरी से मुर्गें अपने प्रतिद्वंदी मुर्गे पर वार करते हैं।
- ऐसे में इस दौरान एक मुर्गें के घायल या फिर मौत के बाद ही यह खेल खत्म होता है।