कोलकाता में जज ने एक शादी शुदा जोड़े के रिश्ते को बचाने के लिए अनोखी पहल की है।पति-पत्नी के टूटते रिश्तों को संभालने के लिए आखिरी तक हर कोई कोशिश करता है। जज मामलों के अदालत पहुंचने के बाद भी उन्हें आपस में सुलह के लिए समय दिया जाता है।
अनोखा मामला कोलकाता में
कोलकाता में एक अनोखा मामला देखने में आया है। यहां पर जज ने तलाक के एक मामले में एक खास फरमान सुनाया है। इसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे…
- जी हां बीरभूम जिले के सिउड़ी थाना अंतर्गत भट्टाचार्यपाड़ा निवासी गौतम दास (28) का ।
- नदिया के तेहट्ट की युवती अहना के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था।
- लंबे समय से एक दूसरे को जानने और समझने के बाद 2 मार्च, 2017 को ये दोनों दांपत्य बंधन में बंध गए थे।
- हालांकि शादी के कुछ दिन बाद ही इनका वर्षो का प्यार हिचकोले खाने लगा
- और देखते ही देखते इनका रिश्ता टूटने लगा।
- पारिवारिक कलह के चलते गौतम अहना को लेकर किराए के मकान में रहने लगे।
- हालांकि इसके बाद भी इनके रिश्ते में सुधार नहीं हुआ और अहना ने अक्टूबर में पति का घर छोड़ दिया।
मदद मांगने पहुंच गई
- वह जिला कानूनी सहायता केंद्र में मदद मांगने पहुंच गई।
- यहां दोनों की सुलह कराने की कोशिश की गई लेकिन मामला नहीं बना।
- अहना ने पति गौतम के साथ ही ससुर और जेठ के खिलाफ ।
- जनवरी के पहले सप्ताह में उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करा दी थी।
- इतना ही तलाक के लिए अदालत में भी गुहार लगा दी थी।
- ऐसे में जब पति ने बीरभूम जिला अदालत में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई तो पत्नी ने अदालत में विरोध जताया।
- वहीं इस पूरे मामले को जानने के बाद कोर्ट ने इन दोनों को पेश होने का आदेश दिया।
- इस दौरान जज ने दोनों पक्षों को सुना और कहा कि दोनों को किराए के मकान में 7 दिन तक साथ में रहना होगा।
- पति ने विरोध किया तो जज ने फिर जेल भेजने की चेतावनी दी।
- इस पर वह तैयार तो हुआ लेकिन आर्थिक तंगी की बात कही।
- ऐसे में जज ने उन्हें कहा कि वह सिउड़ी के किसी अच्छे होटल में 3 दिन साथ रहें और एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिताएं।
- एक दूसरे को समझने की कोशिश करें।
- जज ने कहा कि इसका खर्च वह खुद ही उठाएंगे।
- अब देखना यह है कि आखिर तीन दिन बाद ये दंपत्ति किस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं।