उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल द्वारा यात्रियों को समय से पहुंचाने और ट्रेनों को समय पर चलाने के लिए निर्बाध गति से दोहरीकरण व विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है।
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Saturday, April 02, 2022
लखनऊ। लखनऊ मंडल की ओर से एक उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित की एवं मंडल के अमेठी-अन्तू रेलखंड पर नवनिर्मित 14.26 कि.मी. रेलपथ के दोहरीकरण और विद्युतीकरण के संपन्न हुए कार्य का मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त, शैलेश कुमार पाठक ने निरीक्षण किया।
यात्री सुविधा और यात्री यातायात के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए उत्तर रेलवे का लखनऊ मंडल निरंतर इस क्षेत्र में नवीन उपलब्धियों के लिए अग्रसर रहता है। उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल द्वारा यात्रियों को समय से पहुंचाने और ट्रेनों को समय पर चलाने के लिए निर्बाध्य गति से दोहरीकरण व विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है।
विदित हो कि मंडल में रेलपथ के दोहरीकरण/विद्युतीकरण सबंधी कार्यों के अंतर्गत उतरेटिया से प्रतापगढ़ वाया रायबरेली रेल मार्ग पर अमेठी तक दोहरीकरण/विद्युतीकरण का कार्य पहले ही संपन्न किया जा चुका है और इस मार्ग पर रेल परिचालन भी प्रारम्भ है। अमेठी से अन्तू के मध्य वाया मिसरौली रेलपथ के दोहरीकरण/विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण होने से उतरेटिया से अन्तु तक सम्पूर्ण रेलमार्ग का दोहरीकरण/विद्युतीकरण हो गया है।
स्वीकृति के पश्चात अमेठी से अन्तू के मध्य नवनिर्मित रेलखंड पर परिचालन प्रारम्भ हो जायेगा। अपने निरीक्षण के दौरान मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त, नई दिल्ली शैलेश कुमार पाठक ने संरक्षा के सम्पूर्ण मानकों, संसाधनों, उपकरणों, रेलपथ सहित अन्य समस्त आवश्यक प्रक्रियाओं का ट्राली से अमेठी से अन्तू के मध्य निरीक्षण किया।
इसके अतिरिक्त, शैलेश कुमार ने अन्तू से अमेठी के मध्य इलेक्ट्रिक इंजन से परिचालन कर रेलवे ट्रैक की संरक्षा, सुरक्षा एवं विद्युतीकरण को जांचते हुए स्पीड ट्रायल किया। साथ ही, यात्री हितों के सम्बंध में सुझाव एवं निर्देश भी पारित किये। इस रेलखण्ड के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण के उपरान्त रेल परिचालन और अधिक सुगम तथा सुविधाजनक हो जाएगा।
इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक, सुरेश कुमार सपरा ने अवगत कराया कि इस नवीन दोहरीकृत एवम विद्युतीकृत रेल मार्ग से यात्रियों का आवागमन और अधिक सुगम तथा सुविधाजनक हो जाएगा। इस कार्य के ज़रिए, न्यूनतम दर पर अधिकतम उर्जा की प्राप्ति होगी जिससे उच्च गुणवत्ता के साथ अधिक विद्युत शक्ति का प्रयोग करते हुए गाड़ियों का आवागमन एवम संचालन और अधिक सहजता एवम कुशलतापूर्वक किया जा सकेगा साथ ही यह पर्यावरण के अनुकूल भी होगा।
रिपोर्ट- दयाशंकर चौधरी