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श्री राम मंदिर निर्माण में प्रगति

अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का शुभारंभ योगी आदित्यनाथ ने किया था। अब यह आयोजन परम्परा के रूप में स्थापित हो चुका है। विदेशों से भी लोग इस आयोजन को देखने आते है। अयोध्या में योगी आदित्यनाथ ने अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्राहलय में चैत्र रामनवमी मेले की तैयारी के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की।

डॉ दिलीप अग्निहोत्री

योगी आदित्यनाथ अयोध्या आंदोलन से प्रारंभिक काल में ही जुड़ गए थे। उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ आंदोलन योजना रचना बनाने वाले शीर्ष लोगों में शामिल थे। गोरक्ष पीठ में जन्मभूमि को मुक्त कराने के संबन्ध में बैठक होती थी। योगी आदित्यनाथ की अवस्था उस समय कम थी। किंतु वह इन सभी कार्यों में अपने गुरु जी के साथ सहभागी हुआ करते थे। यह संयोग था कि योगी के मुख्यमंत्री रहते हुए अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर निर्माण हेतु भूमि पूजन हुआ।

श्री राम लला को अस्थाई मंदिर में स्थापित करने का सौभाग्य भी उन्हें मिला। उनको दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला। लखनऊ में उन्होंने अपनी सरकार की दिशा का पुनः निर्धारण किया। मंत्रियों व अधिकारियों की जम्मेदारी जबाबदेही तय की। गरीबों को राशन वितरण की योजना को आगे बढ़ाया। इसके बाद वह अयोध्या रवाना हुए। यहां दर्शन पूजन के अलावा उन्होंने श्री राम मंदिर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने श्री रामलला के दर्शन की अपनी परम्परा का निर्वाह किया। अंतर यह रहा कि पिछली बार मुख्यमंत्री बनने जब वह अयोध्या आये थे,तब श्री रामजन्म भूमि पर यथास्थिति थी।

योगी ने अपनी योजना के अनुरूप यहां पर्यटन विकास संबन्धी कार्य शुरू कर दिए थे। फिर वह समय भी आया जिसकी पांच सदियों से प्रतीक्षा थी। मंदिर निर्माण हेतु भूमिपूजन हुआ। इस बार योगी जब अयोध्या पहुंचे तो स्थिति अलग है। भव्य मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। श्री रामलला को अस्थाई मंदिर में योगी आदित्यनाथ द्वारा ही प्रतिष्ठित किया गया था।

भारतीय संस्कृति के प्रेरणा व प्रतीक स्थलों पर योगी आदित्यनाथ की गहरी आस्था है। उन्होंने ऐसे सभी स्थानों को विकास पर्यटन से जोड़ने की व्यापक कार्य योजना बनाई थी। इस पर पिछली सरकार के पांच वर्षों में प्रभावी अमल किया गया। इसके चलते उत्तर प्रदेश के सभी पौराणिक नगरों का कायाकल्प हुआ है। यहां होने वाले आयोजन अब विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित हो रहे है।

अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का शुभारंभ योगी आदित्यनाथ ने किया था। अब यह आयोजन परम्परा के रूप में स्थापित हो चुका है। विदेशों से भी लोग इस आयोजन को देखने आते है। अयोध्या में योगी आदित्यनाथ ने अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्राहलय में चैत्र रामनवमी मेले की तैयारी के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन की तैयारी इस प्रकार से की जाए कि मेला पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ आयोजित हो और अयोध्या को विश्व मानचित्र पर लाने में सहायक बने। उन्होंने कहा कि श्रीराम मन्दिर का निर्माण प्रारम्भ हो गया है। रामनवमी के बाद भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूरे भारत से आएंगे। इसके दृष्टिगत अयोध्या में ऐसी व्यवस्था सृजित की जाए कि लोगों को प्रवेश करते ही उन्हें पूरा वातावरण राममय लगे,जिससे सभी श्रद्धालु अपने गृह जनपद एक अच्छा संदेश लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि चुनाव से पूर्व चल रही विकास योजनाएं यदि लम्बित हों तो उन्हें तत्काल शुरू कराया जाए। जिन योजनाओं की डीपीआर न बनी हो, उनकी डीपीआर बनाकर भेजी जाए।

पत्रावली यदि किसी भी स्तर पर लम्बित हो तो उन पर तत्काल कार्यवाही करते हुए सभी विकास परियोजनाओं का कार्य तेजी से शुरू कराकर निर्धारित अवधि में पूर्ण किया जाए। उन्होंने अयोध्या की सड़कों को रामनवमी मेले से पूर्व ठीक किये जाने के निर्देश दिए। श्रीराम मन्दिर भूमि पूजन तथा कोविड के बाद यह पहला रामनवमी मेला आयोजित हो रहा है, ऐसे में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इन श्रद्धालुओं के लिए नागरिक सुविधाओं सहित सभी व्यवस्थाएं बेहतर ढंग से सुनिश्चित की जाएं। योगी आदित्यनाथ अयोध्या में श्री राम लला हनुमानगढ़ी, जनकपुर, बलरामपुर में श्री सिद्धपीठ रतननाथ का दर्शन पूजन किया। उन्होंने चैत्र नवरात्र के शुभ अवसर पर आज बलरामपुर स्थित आदिशक्ति माँ पाटेश्वरी देवी शक्तिपीठ, तुलसीपुर में माता रानी के भी दर्शन किये।

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