लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पिछले 9 महीने से भारत और चीन के बीच बरकरार तनाव अब धीरे-धीरे कम हो रहा है. दोनों देशों के बीच हुई समझौता वार्ता के बाद अब चीन बहुत तेजी से पीछे हट रहा है. चीन और भारत की सेनाओं ने समझौते के तहत पैंगोंग लेक के उत्तरी और दक्षिणी तट से बुधवार को सुबह से पीछे हटना शुरू किया है. दोनों सेनाएं इलाके में शांति और अमन कायम रखने के लिए आगे बढ़ना चाहती हैं. ऐसे में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन की सेनाओं ने इलाके से सिर्फ दो दिनों के अंदर 200 से अधिक टैंकों को पीछे हटाया है.
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में जानकारी दी थी कि चीन के साथ पैंगोंग झील के उत्तरी व दक्षिणी किनारों पर सेनाओं के पीछे हटने का समझौता हो गया है और भारत ने इस बातचीत में कुछ भी खोया नहीं है. उन्होंने बताया था कि पैंगोंग झील क्षेत्र में चीन के साथ सेनाओं के पीछे हटने का जो समझौता हुआ है उसके अनुसार दोनों पक्ष अग्रिम तैनाती चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से हटाएंगे.
सीमा पर नौ महीने तक गतिरोध जारी रहने के बाद यह सफलता मिली है. लोकसभा और राज्यसभा में दिए बयान में रक्षा मंत्री ने हालांकि बताया कि अभी भी पूर्वी लद्दाख में वास्तवित नियंत्रण रेखा पर तैनाती तथा गश्ती के बारे में कुछ लंबित मुद्दे बचे हुए हैं, जिन्हें आगे की बातचीत में रखा जाएगा.
इस बीच, भारतीय थल सेना द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे से चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के तीन टैंकों को पीछे हटाते और भारतीय सैनिकों द्वारा एक टैंक को पीछे हटाते हुए देखा जा सकता है. इसके अलावा, दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच बैठक की संक्षिप्त फुटेज भी है. सूत्रों ने बताया कि टैंकों और अन्य बख्तरबंद सैन्य साजो सामान को टकराव वाले खास स्थानों से हटाने की प्रकिया पूरी होने के करीब है, जबकि झील के उत्तरी किनारे से सैनिकों को पीछे हटाने का कार्य किया जा रहा है.