रायबरेली। राष्ट्रीय पासी सेना के अध्यक्ष संजय पासी ने शहर कोतवाल पर आरोप लगाया है कि वे लाठी के बल पर दलितों की आवाज बन्द करना चाहते हैं। उन्नाव में हुई दो दलित बेटियों की हत्या एवं एक बेटी के हत्या के प्रयास की घटना की सी.बी.आई. से जाँच कराये जाने हेतु शहीद चैक पर विभिन्न दलित संगठनों का 21 फरवरी को प्रस्तावित धरना था। 20 फरवरी की रात में शहर कोतवाल ने फोन पर धमकी दी कि धरना रोक दो वरना परिणाम अच्छा नहीं होगा। रात से ही दलित संगठन के नेताओं के घरों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।
रायबरेली पुलिस की गुण्ड्डई, उन्नाव की घटना पर धमकी देकर धरना देने से रोका
धरने पर आने से पुलिस बल प्रयोग कर रोका गया। 21 फरवरी को सुबह घटना स्थल पर लगाये जा रहे टेन्ट व माइक को एस.एस.आई. ने भारी पुलिस बल के जरिये हटवा कर कोतवाली भेज दिया। धरना स्थल पर जाते हुए दलित संगठन के पदाधिकारियों को पुलिस आफिस के पास पुलिस द्वारा रोक लिया गया। प्रधानमन्त्री को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया।
प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा
प्रधानमन्त्री को भेजे गये ज्ञापन में लिखा गया कि जिस तरह से दलित समाज का उत्पीड़न उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में हो रहा है, उससे सभी भिज्ञ हैं, इसी क्रम में उन्नाव के थाना क्षेत्र असोहा के ग्राम बबुरिहा में दलित समाज की तीन नाबालिग लड़कियों की बलात्कार के बाद हत्या की गयी। पुलिस द्वारा घटना में दो व्यक्तियों की गिरिफ्तारी की गयी, जो कि संदिग्ध है। उन्नाव की पुलिस द्वारा पूर्व में एक मान्नीय के प्रकरण में भी झूठी रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी तथा हाल ही में घटित हुई हाथरस की घटना में भी पुलिस द्वारा प्रकरण को झूठा बताते हुए बलात्कार न होने की बात कही थी, जिसमें जाँच सी.बी.आई. के द्वारा कराने पर स्पष्ट हुआ कि लड़की के साथ गैंगरेप की घटना सत्य है, इन्हीं आधरों पर पुलिसिया कार्यवाही संदिग्ध प्रतीत होती है। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गयी कि मृतक लड़कियों के परिवार को एक-एक करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता की जाए। जिस पीड़ित लड़की का इलाज कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में चल रहा है, उसके परिवार को पचास लाख रूपये की आर्थिक सहायता की जाए एवं उसका उच्च इलाज एयर लिफ्ट के माध्यम से दिल्ली एम्स में कराया जाए। मृतक लड़कियों का पोस्टपार्टम सी.बी.आई. की देख-रेख में पुनः कराया जाए। उक्त घटना की सम्पूर्ण जाँच सी.बी.आई. से करायी जाए।
यह लोग रहे शामिल
ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से राजेश कुरील प्रदेश अध्यक्ष विश्व दलित परिषद, गंगा प्रसाद पासी अध्यक्ष महाराजा माहे पासी स्मारक जनकल्याण संस्थान, देशराज पासी जिलाध्यक्ष पासी समाज, राममिलन यादव जिलाध्यक्ष यादव सेना, विक्रम पटेल जिलाध्यक्ष कुर्मी महासभा, राम अवध बक्शी जिला उपाध्यक्ष बहुजन आवाम पार्टी, शुभेन्द्र रावत ब्लाक अध्यक्ष हरचन्दपुर, पूर्व प्रधान राजाराम पासी, पूर्व प्रधान गिरधारीलाल पासी, राम रतन पासी, भोला पासी, ईश्वरदीन पासी, मनोहर पासी, राम अधार पासी, देवनरायन पासी, शंकर पासी, रमेश पासी, गोपीचन्द्र पासी, रामबली पासी, सुन्दर रैदास, गंगाराम पासी, रामलाल कुरील, विश्राम पासी, रामसेवक पासी, सोनू पासी, विनोद पासी, आजाद कश्यप, राजू पासी, श्रीराम पासी, गुड्डू पासी, रान्जू पासी, दीनदयाल पासी, विश्राम लोधी आदि लोग रहे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्र