उत्तर प्रदेश में राजधानी के साथ अब Gorakhpur में भी मिनी सीएमओ दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। जिसमें सीएम योगी जल्द ही जनता की समस्याएं सुनेंगे और मामलों का निपटारा किया जायेगा। गोरखपुर के साथ पूर्वी क्षेत्र में जनता को राजधानी तक आने और समस्याएं बताने में दिनभर का समय लग जाता था। लेकिन इसके बाद अब जनता की समस्याओं का निपटारा उनके क्षेत्र में ही होगा। के.विजयेन्द्र पांडियन ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों की समस्याओं की सुनवाई और मामले में तत्काल कार्रवाई के लिए गोरखपुर को मिनी सीएम ऑफिस बनाने के लिए चुना है।
Gorakhpur, खुद सीएम योगी करेंगे निगरानी
सीएम योगी खुद मिनी सचिवालय में जनसमस्याओं की निगरानी करेंगे। इसके साथ सीएम कार्यालय में एक सीनियर अधिकारी बैठेगा। जो सीधे लखनऊ से सीएम ऑफिस के संपर्क में रहेगा और अधिकारियों को जनता की समस्याओं को तत्काल कर्रवाई करने के निर्देश देगा। इस अधिकारी के पास इतने अधिकार होंगे कि वह जनता की समस्याओं को फॉरवर्ड करेगा।
जनता सीधे कर सकेंगी सीएम से संवाद
गोरखपुर में मिनी ‘सचिवालय’ बनाने के पीछे योगी सरकार का मकसद है कि पूर्वांचल की जनता की समस्याओं की सुनवाई हो और समस्याओं का निदान किया जाये। अभी तक सैकड़ों की संख्या में गरीब लोग अपनी समस्याओं को लेकर गोरखनाथ मंदिर पहुंचते हैं, जो लखनऊ नहीं जा पाते हैं। उन्हें अब समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेेगा।