उत्तर प्रदेश में बंद पड़ी मिलों फैक्ट्रियों के संचालन की दृष्टि से पिछले कुछ वर्ष महत्वपूर्ण रहे है। इनमें फर्टिलाइजर व सुगर मिल शामिल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा भी था कि पिछली सरकारों के समय चीनी मिल बेची जाती थी,जबकि उनकी सरकार बन्द चीनी मिलों को संचालित कर रही है,उनकी क्षमता भी बढ़ाई जा रही है। हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटिड द्वारा गोरखपुर के अलावा बिहार के बरौनी व झारखण्ड के सिंदरी में यूरिया उत्पादन की तीन इकाइयों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। गोरखपुर का खाद संयंत्र पहले की सरकार के समय बन्द हो गया था। बन्द होने के छब्बीस वर्ष बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इसके पुनर्निर्माण की आधारशिला रखी थी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले यह कारखाना क्षेत्र की पहचान था। इसी प्रकार कई चीनी मिलें भी बन्द हो गयीं। इस कारण बड़ी संख्या में लोगों का पलायन हुआ। विकास, आधुनिक तकनीक, उर्वरक तथा रसायनों, रोजगार,किसानों के हित के लिए उर्वरक कारखानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। नरेंद्र मोदी ने इस आवश्यकता को समझा। इसलिए उन्होंने बन्द पड़े खाद कारखानों के पुनर्निर्माण का कार्य प्रारम्भ कराया। योगी नर कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार कृषि व किसान कल्याण के लिए कटिबद्ध है। प्रदेश व पूर्वांचलवासियों को अब यूरिया खाद की उपलब्धता आसान होगी। हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के गोरखपुर संयंत्र में अगले वर्ष उत्पादन आरम्भ होे जाएगा। इससे किसानों यूरिया खाद उपलब्ध होगी।
इसके साथ ही उन्हें कृषि के सम्बन्ध में जानकारी भी मिलेगी। यूरिया के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के सीडिंग कार्यक्रम के अन्तर्गत आरसीएफ यूरिया उर्वरक रैक का गोरखपुर आगमन हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित किया। उन्होंने एचयूआरएल द्वारा यूरिया की उत्तर प्रदेश में बिक्री का शुभारम्भ किया। सीडिंग कार्यक्रम के अन्तर्गत एचयूआरएल गोरखपुर द्वारा यूरिया का विपणन किया जाएगा। एक वर्ष में एचयूआरएल गोरखपुर उर्वरक संयंत्र प्रारम्भ हो जाएगा। इससे उत्पादित यूरिया किसानों को उपलब्ध करायी जाएगी। यूरिया उपलब्ध कराने के ही साथ एचयूआरएल किसानों को कई अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगी।जिसमें कृषि सलाह,फसल संरक्षण, मौसम की जानकारी, आधुनिक तकनीक, जैविक खेती,फसल चक्र आदि शामिल होंगे। कहा कि कोविड संकट के बावजूद एच यूआरएल द्वारा निर्माण कार्य को जारी रखा जा रहा है। जिससे किसानों को समय पर खाद मिलना शुरू हो सके।