उत्तराखंड के जोशीमठ में भू घंसाव की स्थिति गंभीर होती जा रही है। पहले से आई दरारें लगातार चौड़ी होती जा रही है। मकान व खेतों के बाद अब बदरीनाथ नेशनल हाईवे में दरारें दिनो दिन बढ़ती जा रही है।
सड़क में दरारों के साथ कुछ दिनों से भारी गड्ढे भी होने लगे हैं। नगर के कुछ जगहों में बदरीनाथ हाईवे हल्का धंसने भी लगा है। चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले दरारों ने चिंता बढ़ा दी है।
नगर के सुनील, स्वी, मनोहरबाग, टिनाग, सिंहधार, मारवाडी, चुनार, गांधीनगर, रविग्राम, कोठिला आदि सभी जगहों पर भारी तादात में मकानों एवं खेतों में दरारें आ रखी हैं। पूर्व में जिन मकानों में हल्की दरारें थी वे अब काफी चौड़ी हो गई हैं। जोशीमठ निवासी रोहित परमार, प्रकाश नेगी कहते हैं कि कई स्थानों में दरारें लगातार चौड़ी होती जा रही है।
मजदूरी छूटे या पढ़ाई, पानी औरत को ही लाना है…
रोपवे तिराहे के निकट बदरीनाथ नेशनल हाईवे में तीन दिन पूर्व हुआ छोटा सा गड्ढा अब धीरे-धीरे बड़ा होता जा रहा है लेकिन तीन दिन बाद भी प्रशासन एवं बीआरओ ने इस क्षेत्र का सर्वे नहीं किया है। जिस कारण से लोगों ने गड्ढे के अगल बगल पत्थर रखे हुए हैं जिससे यहां पर पार्क होने वाले वाहन गड्ढे में न घुस जाय। स्थानीय कारोबारी करने वाले सूरज भट्ट, दीपक शाह का कहना है कि यह गड्ढा एक से डेढ फीट अंदर से चौड़ा नजर आ रहा है साथ ही इसकी लंबाई लकडी डालने पर 15 फीट से अधिक है।
नगर के पुराने रेलवे आरक्षण केन्द्र के सामने बदरीनाथ सड़क में दो दिन पूर्व हुए एक बडे गड्ढे को सोमवार को बीआरओ ने पत्थर डालकर भरना शुरू कर दिया है। इस गड्ढे के सामने के मकान में रहने वाले सतेन्द्र बताते हैं कि बीआरओ द्वारा इस गड्ढे में दो ट्रक पत्थर भरने के बाद इसके ऊपर सीमेंट लगाया गया है। यहां पर सड़क काफी धंस चुकी है व सड़क में बड़ी भारी दरारें दिखाई दे रही है। उनके घर से गढ़वाल स्काउट गेट तक सड़क में जगह-जगह भारी दरारें आ रही हैं व सड़क भी धंस रही है।