राजधानी में दो पहिया वाहनों को टैक्सी के रूप में इस्तेमाल करने पर रोक लगाने के बाद सोमवार से परिवहन विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। इसका असर भी देखने को मिला सोमवार को ऐप पर दो पहिया वाहनों की बुकिंग नहीं ली गई।
वहीं, परिवहन विभाग की टीम ऐप से खुद बुकिंग कर इसकी निगरानी भी करेगी। बुकिंग करने पर कोई दो पहिया वाहन लोकेशन पर पहुंचता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहली बार दो पहिया वाहन को टैक्सी के रूप में इस्तेमाल किए जाने पर पकड़े जाने पर पांच हजार का चालान कटेगा। दूसरी बार 10 हजार रुपये का चालान काटा जाएगा। इसके साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस को कम से कम तीन माह के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।
राजधानी दिल्ली के अंदर दो पहिया वाहन को व्यावसायिक रूप से उपयोग करने के लिए कोई नीति नहीं है। सिर्फ निजी उपयोग के लिए ही दो पहिया वाहन खरीद सकते हैं लेकिन कुछ कंपनियां निजी दो पहिया वाहन को अपने यहां पंजीकृत करके टैक्सी की सुविधा दे रही हैं।
इसमें किराए का कुछ प्रतिशत कंपनी द्वारा काट लिया जाता है। बाकी पैसा बाइक चालक एवं मालिक को मिल जाता है। दिल्ली में पांच से सात हजार दो पहिया वाहनों का व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है।
विभाग का कहना है कि टैक्सी में दो पहिया को चलाने वाले ड्राइवर के साथ ही उन कंपनियों पर भी कार्रवाई की जाएगी जो ऐप आधारित सेवाओं की पेशकश कर रही हैं। इन कंपनियों पर एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा।
बीते शुक्रवार को आपका अपना ऑटो- टैक्सी यूनियन के प्रतिनिधि परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा से मिले थे। उन्होंने मांग रखी थी कि दिल्ली में निजी दो पहिया वाहनों का व्यावसायिक उपयोग हो रहा है। इससे दोहरा नुकसान है। इसी मांग पर परिवहन आयुक्त ने विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।