कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का समापन हो चुका है। इसी बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने संकेत दे दिए हैं कि यात्रा का दूसरा चरण भी कुछ समय में शुरू होगा।
खास बात है कि श्रीनगर में आयोजित समापन समारोह में कांग्रेस को विपक्षी एकजुटता के मामले में निराशा मिलती दिख रही है। पार्टी ने करीब 23 दलों को न्योता भेजा था, लेकिन केवल 8 ने ही शिरकत की।
कांग्रेस को उम्मीद थी कि आमंत्रित किए गए सभी दलों के प्रतिनिधि शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में कांग्रेस का हिस्सा बनेंगे। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। खबर है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 23 राजनीतिक दलों के प्रमुखों को पत्र लिखे थे। विपक्षी एकजुटता के लिहाज से कांग्रेस को निराशा हाथ लगी।
वायनाड सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में जारी भारत जोड़ो यात्रा में बिहार के दो बड़े राजनीतिक दलों का गायब रहना चर्चा का विषय रहा। सत्तारूढ़ दल जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल दोनों ही श्रीनगर नहीं पहुंचे। इसके अलावा दोनों ही पार्टियों के नेता यात्रा में भी शामिल नहीं हुए। खास बात है कि जदयू और राजद बिहार की महागठबंधन सरकार में कांग्रेस के साथ हैं।
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यात्रा के दौरान कांग्रेस को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना, जेएमएम और डीएमके का साथ मिला। आदित्य ठाकरे, सुप्रिया सुले, संजय राउत जैसे कई बड़े नेता पदयात्री बने, लेकिन श्रीनगर में आयोजित कार्यक्रम से नदारद रहे। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, समापन समारोह में 8 दल पहुंचे थे।
इनमें डीएमके से तिरुची सिवा, सीपीआई महासचिव डी राजा, नेशनल कॉन्फ्रेंस से उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से महबूबा मुफ्ती, आरएसपी से एनके प्रेमचंद्रन और IUML के के नवस कनी शामिल हैं। इसके अलावा जेएमएम और वीसीके भी कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। हालांकि, कहा जा रहा है कि खराब मौसम भी इसकी एक वजह हो सकता है।
बातचीत में वरिष्ठ कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने पार्टी के अगले कदम पर बात की। उन्होंने बताया कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने जानकारी दी कि तीन महीने लंबे इस अभियान में हमारे नेता और कार्यकर्ता यात्रा का संदेश लेकर लोगों तक पहुंचेंगे।