लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के सेकेंड स्ट्रेन पर कोरोना कर्फ्यू के दौरान काफी प्रभावी असर होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ बैठक के बाद इनको और बढ़ाने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश में अब 24 मई की सुबह सात बजे तक कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर सम्पूर्ण मंत्रिमंडल की बैठक में कैबिनेट मंत्री के साथ राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार तथा राज्य मंत्री भी शामिल थे। इसमें निर्णय लिया गया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को 24 मई तक बढ़ाया जाए। एक हफ्ते तक इसको बढ़ाया गया है। इसके साथ ही सरकार ने सभी पंजीकृत पटरी दुकानदारों को आर्थिक सहायता के रूप में 1000 रूपया देने का भी निर्णय लिया गया। इन सभी को प्रदेश सरकार तीन महीने का राशन भी देगी।
कोरोना वायरस संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण करने के लिए प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को आगे बढ़ाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक में निर्णय लिया गया। इसी बैठक में कोरोना कर्फ्यू को 17 मई से आगे बढ़ाने पर मुहर लगी। अधिकांश मंत्रियों की राय कोरोना कर्फ्यू को 24 मई सुबह सात बजे तक आगे बढ़ाने की थी। बैठक में प्रदेश में कोरोना वायरस प्रबंधन पर योजना बनाने के साथ ही कोरोना कर्फ्यू को एक हफ्ते तक आगे बढ़ाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों से राय ली। इस बैठक के बाद आने वाले निर्णय पर सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। माना जा रहा था प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को 24 मई सुबह सात बजे तक बढ़ाया जाएगा। अभी कोरोना कर्फ्यू 17 मई की सुबह 7 बजे तक है।
सीएम योगी आदित्यनाथ का कल पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा: सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को मेरठ, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में कोरोना वायरस के प्रभाव की समीक्षा करने के साथ ही इंटीग्रेटेड कोविड कमांड कंट्रोल रूम का निरीक्षण करेंगे। मेरठ में बीते चार दिन से कोरोना वायरस संक्रमण से तेजी पकड़ी है। इसके साथ ही गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के मामले काफी बढ़ रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ दिन में 12 बजे लखनऊ से चलकर दो बजे के करीब मेरठ पहुंचेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ वहां पर कोरोना वायरस संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए तैयारियों व व्यवस्था का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
प्रदेश में कम हो रही है कंटेनमेंट जोन की संख्या: जब पंचायत चुनाव चल रहा था उस समय प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या 90 हजार पार कर गई थी। यह संख्या अब 51 हजार से कम हो गई है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार, 11 मई तक प्रदेश में 51284 कंटेनमेंट जोन थे।
कंटेनमेंट जोन पर निगरानी रखने के लिए 37812 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। हालांकि, पंचायत चुनाव होने से 90 हजार कंटेनमेंट जोन पर 30 हजार पुलिसकर्मी ही तैनात थे। अब कंटेनमेंट जोन की संख्या घटी है और पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है। इसका सकारात्मक असर हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही प्रदेश में जांच का दायरा बढ़ाने का आदेश दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि शहर से लेकर गांव तक जांच करते रहने से वायरस की चेन नहीं बनने पाएगी।
गांव में जांच का मिलेगा फायदाः मुख्यमंत्री ने कहा था कि वर्तमान में 97,000 से अधिक राजस्व गांवों में वृहद टेस्टिंग अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा नीति आयोग ने भी हमारे इस अभियान की सराहना की है।