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कोरोना ने बढ़ाए डायबिटीज के नए मामले, इन लक्षणों को ना करें अनदेखा

ज्यादातर लोग कोरोना वायरस को अब उतनी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं लेकिन इसका खतरा अभी कम नहीं हुआ है. कोरोना की वजह से लोगों में डायबिटीज की आशंका भी बढ़ती जा रही है. स्टडीज के अनुसार Covid 19 की वजह से डायबिटीज के नए मामले बढ़ने लगे हैं.

डायबिटीज और दिल के मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण ज्यादा गंभीर हो जाते हैं. कोरोना के शुरूआती दिनों में इससे सबसे ज्यादा मौतें डायबिटीज के मरीजों की ही हुई हैं. हालांकि पिछले कुछ महीनों में ऐसे मामले बढ़े हैं जिन्हें डायबिटीज नहीं था लेकिन कोरोना होने के साथ ही उन्हें डायबिटीज हो गया.

किंग्स कॉलेज लंदन के एमडी प्रोफेसर फ्रांसेस्को रुबिनो ने ‘द हेल्दी’ वेबसाइट को बताया, ‘डायबिटीज की कोई हिस्ट्री ना होने के बावजूद कुछ लोगों में Covid-19 के गंभीर लक्षणों में डायबिटीज भी पाया जा रहा है.’

डॉक्टर रुबिनो ने कहा, ‘डायबिटीज एक साइलेंट बीमारी है जो चुपके से आती है. आमतौर पर जब तक कोई खास लक्षण दिखाई ना दे, लोग इसका टेस्ट नहीं कराते हैं. कई लोगों को सालों तक डायबिटीज रहता है और उन्हें पता भी नहीं चलता. इसलिए चेकअप और हॉस्पिटल में भर्ती करने के दौरान डॉक्टर डायबिटीज का टेस्ट जरूर कराते हैं.’

पूरी दुनिया में लगभग 30 करोड़ से भी ज्यादा लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. वहीं कोरोना से अब तक करोड़ों मौतें हो चुकी हैं. रुबिनो कहते हैं, ‘ये एक तरह से दो महामारियों के बीच टकराव जैसा है.’ डायबिटीज, ओबेसिटी एंड मेटाबॉलिज्म पत्रिका में छपी नवंबर 2020 की एक स्टडी में बताया गया था कि Covid-19 के गंभीर मामलों में 14.4 फीसद डायबिटीज के नए मामले सामने आए हैं.

ये स्टडी सिर्फ तीन देशों के लोगों पर की गई थी और एक्सपर्ट्स का कहना कि ये आंकड़े पूरी दुनिया में बहुत ज्यादा हो सकते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इस बात पर और स्टडी की जाने की जरूरत है कि डायबिटीज के नए मामले सिर्फ कोरोना के गंभीर केस में ही हो रहे हैं या फिर हल्के और एसिम्टोमैटिक लोगों में भी पाए जा रहे हैं.

रुबीनो का कहना है कि Covid 19 की वजह से डायबिटीज क्यों होता है इसके बारे में अभी स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता लेकिन शायद अन्य वायरल इंफेक्शन की तरह Covid-19 भी ऑटोइम्यून रिस्पॉन्स पर असर डालता है जिसकी वजह से डायबिटीज होता है. रुबीनो का कहना है कि Covid-19 के मरीजों को कुछ खास लक्षणों पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है.

रुबीनो का कहना है कि कोरोना वायरस इंफेक्शन के दौरान और उसके बाद डायबिटीज के संभावित लक्षणों को लेकर सतर्क रहें जैसे कि बार-बार पेशाब आना, भूख-प्यास बढ़ जाना और बहुत ज्यादा थकान लगना. हालांकि इनमें से कुछ लक्षण खुद Covid-19 के भी हो सकते हैं लेकिन फिर भी डायबिटीज की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता.

रुबीनो ने कहा, ‘जिन लोगों को पहले से ही डायबिटीज है उन्हें Covid-19 को लेकर ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है. सोशल डिस्टेंसिग रखें, मास्क पहनें और वैक्सीन जरूर लगवाएं.’

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