क्रेडिट कार्ड आपात स्थिति में वित्तीय रूप से काफी मददगार साबित होता है। यह एक टूल है, जो खर्च करने के तरीके को सुविधाजनक और फायदेमंद बनाता है। रिवॉर्ड पाइंट और कैशबैक समेत अन्य लाभ एवं सुविधाएं प्रदान करने के अलावा क्रेडिट कार्ड जरूरत पड़ने पर आपको आसानी से कर्ज भी दिला सकता है।
क्रेडिट कार्ड पर कर्ज पर्सनल लोन की तरह होता है। इसमें बैंक क्रेडिट कार्डधारक को कार्ड की लिमिट के अनुसार कर्ज देते हैं। इसके लिए किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं होती है, जिससे कर्ज लेने की प्रक्रिया सरल हो जाती है। कई बैंक न सिर्फ मौजूदा बल्कि नए ग्राहकों को भी क्रेडिट कार्ड पर कर्ज देते हैं।
कितना मिल सकता है कर्ज
कर्ज राशि क्रेडिट कार्ड की बची लिमिट पर निर्भर करती है। हालांकि, यह अलग-अलग क्रेडिट कार्ड और ऋणदाताओं के हिसाब से भिन्न हो सकती है। बची लिमिट के अनुसार ही बैंक आपको कर्ज देते हैं। अगर आपके क्रेडिट कार्ड की कुल लिमिट एक लाख रुपये है और आपने उसमें से 30,000 रुपये का इस्तेमाल कर लिया है तो बाकी बची 70,000 रुपये की लिमिट पर ही कर्ज मिलेगा।
ब्याज दर व प्रोसेसिंग शुल्क
क्रेडिट कार्ड कर्ज पर ब्याज दर पर्सनल लोन जितनी होती है। अगर पर्सनल लोन पर ब्याज दर 13 फीसदी है तो बैंक इसी दर पर क्रेडिट कार्ड कर्ज देंगे। कई बार ऐसे कर्ज पर अधिक ब्याज भी लगता है। यह काफी हद तक बैंक के नियम और शर्तों पर निर्भर करता है। क्रेडिट कार्ड पर कर्ज लेने के लिए आपको प्रोसेसिंग शुल्क का भी भुगतान करना पड़ता है। यह शुल्क कर्ज राशि का 3 फीसदी तक हो सकता है।
पात्रता और भुगतान अवधि
क्रेडिट कार्ड कर्ज को प्री-अप्रूव्ड लोन के रूप में पेश किया जाता है। कुछ बैंक आपकी भुगतान हिस्ट्री और खर्च करने की आदतों के आधार पर पात्रता का आकलन करते हैं। कर्ज की भुगतान अवधि आपके बैंक और क्रेडिट कार्ड के प्रकार पर निर्भर करती है। सामान्य तौर पर भुगतान अवधि 60 से 90 दिनों तक की होती है।