अयोध्या। प्रभु श्रीराम का दर्शन पूजन कर नये साल की शुरूआत करने की लालसा लेकर लाखों की संख्या में श्रद्धालु बुधवार को अयोध्या पहुंचे। नये साल पर मंदिर परिसर को सुगंधित फूलों से सजाया गया। सुबह मंगला आरती के बाद रामलला को रत्नजड़ित वस्त्र व सोने का मुकुट धारण कराया गया। रामलला व हनुमानगढ़ी में भोर पांच बजे से ही दर्शन के लिए श्रीराम जन्मभूमि पथ व भक्तिपथ पर लंबी कतार लग गई। सुबह 9 बजे से नौ बजे से यह कतार रामपथ पर करीब डेढ़ किमी तक बढ़ गई।
राम मंदिर में श्रद्धालुओं के दबाव को देखकर एसपी सुरक्षा ने अंगद टीले से होकर मंदिर में जाने वाले मार्ग को भी खुलवाया। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले नव वर्ष के प्रथम दिन रामलला का सुबह विशेष श्रृंगार किया गया। सरयू के जल से अभिषेक के बाद रामलला को रत्नजड़ित हरे रंग का पोशाक पहनाया गया व सोने का मुकुट धारण कराया गया। सुबह छह बजे विशेष आरती पूजन के बाद 6:30 बजे दर्शन के लिए मंदिर के कपाट खुल गए। ठंडी हवाओं व ठिठुरन भरी सर्दी के बावजूद भी लोगों का उत्साह कम होने का नाम नहीं ले रहा था।
दर्शन मार्ग श्रीराम जन्मभूमि पथ से ही जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए श्रद्धालु गर्भगृह में पहुंचे व रामलला का दर्शन किया। दिन निकलने के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती रही। सुबह 11 बजते ही राम मंदिर से जन्मभूमि पथ और रामपथ पर हनुमानगढ़ी तक कतार लग गई। यहीं हाल हनुमानगढ़ी पर ही रहा, मंदिर के सामने से भक्तिपथ होते हुए रामपथ तक करीब डेढ़ किमी तक भक्तों की लंबी कतार लगी रही। भीड़ का दबाव बढ़ता देख अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। एसपी सुरक्षा मौके पर पहुंचे व श्रद्धालुओं के लिए अंगद टीले होकर मंदिर जाने वाला मार्ग खोला।
नए साल के पहले दिन बुधवार को रामनगरी में रामपथ पर रामलला के दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु
एसपी सुरक्षा ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करते हुए पहले से ही पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा को लेकर एटीएस, एसटीएफ सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों को लगाया गया है। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे के माध्यम से हर पल की नजर रखी जा रही है।
श्रीराम ज्नमभमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्र के अनुसार प्रत्येक श्रद्धालु सुगमता से प्रभु के दर्शन कर सके, इसकी समुचित व्यवस्था की गई थी। भीड़ को नियंत्रण करने सात कतारों में दर्शन की व्यवस्था की गई। सुरक्षाबलों के साथ मंदिर ट्रस्ट के सुरक्षा गार्ड दर्शनार्थियों की सेवाभाव से मदद करते रहे। बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए अलग ट्रैक बनाया गया, व्हीलचेयर की व्यवस्था भी की गई है।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह