बिहार के नालंदा और सासाराम में रामनवमी के बाद भड़की हिंसा की आग दूसरे दिन शनिवार को भी जलती रही। शुक्रवार को बिहारशरीफ और सासाराम में दो पक्षों में हुई भिड़ंत के बाद शनिवार को दिनभर दोनों शहरों में स्थिति सामान्य रही।
छिटपुट घटनाएं हुईं। लेकिन देर शाम सासाराम शहर में एक मोहल्ले में फायरिंग हुई। वहीं, बिहारशरीफ में देर शाम ऐसा माहौल बिगड़ा कि पूरे शहर को पुलिस छावनी में तब्दील करना पड़ा। सुरक्षा कड़ी के बीच पूरे शहरी इलाके में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
इस बीच प्रशासन की ओर से बताया गया है कि सासाराम में स्थिति नियंत्रित कर ली गई है। वहीं, सासाराम और बिहारशरीफ में फ्लैग मार्च के साथ ही निरंतर पेट्रोलिंग की जा रही है। वहीं, दोनों जगहों पर बड़ी संख्या में स्थाई पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय सीधे तौर पर मॉनीटरिंग कर रहा है।
एडीजी मुख्यालय गंगवार ने बताया कि बिहारशरीफ की स्थिति को तत्काल प्रभाव से नियंत्रित करने के लिए सासाराम में तैनात किये गये एटीएस एसपी संजय कुमार सिंह की प्रतिनियुक्तिक नालंदा कर दी गई है। इसके अलावा एएसपी व डीएसपी रैंक के सात अफसरों की तैनाती भी की गई है। प्रमंडलीय आयुक्त व आईजी को हालात सुधरने तक वहीं कैंप करने को कहा गया गया है। देर रात अतिरक्ति सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।
एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि अब तक रोहतास में दो एफआईआर दर्ज कर 18 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि बिहारशरीफ में 8 एफआईआर दर्ज कर 27 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एफआईआर में दर्जनों अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है। जिलों को अलर्ट पर रहने का आदेश दे दिया गया है।
दोनों स्थानों पर शनिवार को प्रभावित थाना क्षेत्रों में शांति समिति की बैठकें की गईं। लोगों ने माना कि कुछ आपसी मतभेद से हिंसक झड़प हो गई है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से सासाराम में बिहार पुलिस बल की आठ कंपनियां और बिहारशरीफ में करीब 10 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। सासाराम में शुक्रवार से ही इंटरनेट सेवा बंद है। जबकि बिहारशरीफ में शनिवार से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।