दिल्ली के कई हिस्सों में लोगों ने पाबंदी के बावजूद दिवाली की रात जमकर पटाखे फोड़े. जिससे दिवाली की अगली सुबह राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता मंगलवार को ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई.कई इलाकों में देर रात तक पटाखे जलाए गए। पर्यावरण मंत्रालय और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की ओर से पटाखों को न जलाने को लेकर ‘दीप जलाओ, पटाखे नहीं’ जन जागरूकता अभियान आदि भी चलाए गए .
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार मंगलवार सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत AQI 326 था. बहरहाल पिछले साल के मुकाबले इस बार दिवाली के अगले दिन प्रदूषण का स्तर कम पाया गया. पिछले साल दिवाली के अगले दिन औसत AQI स्तर 462 (गंभीर श्रेणी) में था.आतिशबाजी करने पर जुर्माना लगाकर दंडित किए जाने की बात भी कही गई थी। इसके बावजूद नियमों की अनदेखी हुई। मंगलवार की सुबह सफर के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रही।
दिवाली की रात दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में पीएम2.5 का स्तर 400 के भी पार पहुंच गया।दिल्ली के अलीपुर में एक्यूआई 308, शादीपुर में 300, नरेला में 290, बवाना में 310, वजीरपुर में 313, आईटीओ पर 332, आनंद विहार में 363, पूसा में 323, डीटीयू में 304, मुंडका में 306 और पंजाबी बाग में 327 दर्ज किया गया.