औरैया/बिधूना। कानपुर में हुए हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रेक्टर पर सवारियों की ढुलाई न करने की अपील की थी। इसके साथ ही शासन ने आदेश जारी कर टेक्टर की ट्राली पर सवारियों की ढुलाई करने पर जुर्माना लगाये जाने का आदेश भी जारी किया था। किन्तु उक्त रोक के बाद भी बिधूना क्षेत्र में लोग ट्रेक्टर की ट्रालियों पर सवारियां बैठाकर उनकी ढुलाई करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
बता दें कि कानपुर के घाटमपुर इलाके में 01/02 अक्टूबर की देर रात्रि सांड़ व गंभीरपुर गांव के मध्य सवारियां बैइाये एक ट्रेक्टर ट्राली तालाब में पलट गयी थी। जिससे उसमें सवार 26 बच्चों व महिलाओं की मौत हो गयी थी। जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा था कि ट्रेक्टर ट्राली का उपयोग कृषि कार्य व माल ढोने में किया जाये। सवारियों की ढुलाई कदापि न की जाये। जीवन अमूल्य है लापरवाही न बरतें। इसी के साथ दूसरे दिन शासन ने ट्रेक्टर या भार वाहनों पर सवारियां ढोने पर 10 हजार रूपए तक का जुर्माना लगाये जाने का नियम बना दिया था।
बिधूना क्षेत्र लोगों में कानपुर की उक्त घटना, मुख्यमंत्री की अपील व लगायी गयी रोक का कोई खौफ नहीं दिख रहा है। मंगलवार को कोतवाली की चैकी रूरूगंज क्षेत्र में ट्रेक्टर की ट्रलियों पर सवारियां बैठाकर फर्राटा भरते नजर आये। सवारियां बैठाकर अधिकांश ट्रेक्टर देवी मंदिरों की ओर जाते दिखे। ट्रेक्टर ही नहीं भार वाहन भी सवारियां बैठाकर सड़कों पर फर्राटा भरते देखे गये। इस दौरान सवारियां बैठकार निकलने वाले ट्रेक्टर या अन्य भार वाहनों को रोककर उन पर कार्रवाई करने के लिए न तो कहीं यातायात पुलिस नजर आयी, न ही परिवहन विभाग दिखा।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन