नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श एवं समन्वय के लिए कार्य तंत्र की 29वीं बैठक हुई। बुधवार को बीजिंग में हुई बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से पूर्ण रूप से सैनिकों को हटाने और शेष मुद्दों को हल करने पर विचार-विमर्श किया। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी।
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विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जबकि चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और महासागरीय विभाग के महानिदेशक ने किया।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने और शेष मुद्दों को हल करने पर विचारों का गहन आदान-प्रदान किया।
अंत में दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से नियमित संपर्क बनाए रखने और मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों एवं प्रोटोकॉल के अनुसार सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीन पर शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर सहमत हुए।
हाल ही में भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक का 21वां दौर चुशुल-मोल्डो बॉर्डर मीटिंग प्वाइंट पर आयोजित किया गया था, जिसमें दोनों पक्षों ने शांति बहाली पर जोर दिया था। बैठक के दौरान भारत और चीन सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर शांति बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्धता जताते हुए पूर्वी लद्दाख में सीमा पर व्याप्त गतिरोध को दूर करने पर सहमत हुए थे।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी