मोहम्मदी/खीरी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को अपने कार्यालय में बैठकर जनता की समस्याओं का निस्तारण करने के आदेश जनपद में बेमायने साबित हो रहे हैं। आज युवा प्रेस क्लब की टीम ने जब इसकी रियालिटी को चेक किया तो अनेकों कार्यालयों में अधिकारी व कर्मचारी नदारत मिले।
इसी क्रम में युवा प्रेस क्लब की टीम सुबह 9:00 बजे उपजिलाधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह के कार्यालय पहुंची तो उपजिलाधिकारी अपने कार्यालय में उपस्थित मिले।पेशकार जिल्ले रहमान फाइलो पर हस्ताक्षर कराते मिले तो वहीं स्टोनो कार्यालय खुला मिला,लेकिन स्टोनो साहब नदारत मिले। जब टीम 9:05 बजे तहसीलदार कार्यालय पहुंची तो वहां तहसीलदार ऑफिस कार्य मे व्यस्त दिखे। वहीं 9.28 बजे पूर्ति कार्यालय टीम पहुंची तो पूर्ति निरीक्षक नही मिले जबकि लिपिक प्रमोद कुमार व जयन्द्र बाबू कार्यालय में बैठे मिले। उसके बाद टीम विकास खंड मोहमदी पहुंची जहां खंड विकास अधिकारी ए.के. सिंह अपने अधीनस्थों के साथ बैठक करते मिले एडीओ पंचायत लालजी मेहरोत्रा और अभियंता राकेश कुमार सिंह का कार्यालय भी खुला मिला और बैठक करते मिले।आंगनबाड़ी का कार्यालय बंद मिला और सीडीपीओ नदारत मिली। वहीं पशु चिकित्सा में डॉक्टर जगदीश कुमार अनुपस्थित मिले। 9:45 बजे जब टीम पुलिस क्षेत्राधिकारी एल.डी. भारती के कार्यालय पहुंची तो श्री भारती अपना का काम निपटाते मिले। उसके बाद टीम 9.50 बजे कोतवाली मोहमदी पहुंची वहां प्रभारी निरीक्षक गुलाब शंकर पांडे व दीवान आफिस का काम निपटाते दिखे। टीम 9.58 पर मंडी समिति पहुंची जहां मंडी सचिव कार्यालय पर नहीं मिले। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य अधीक्षक डॉक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह अपने कार्यालय पर मरीजों को देखते मिले,वहीं अन्य डॉक्टर भी उपस्थित मिले।
नगर पालिका परिषद के सभी ऑफिस बंद मिले। गन्ना समिति कार्यालय भी बंद मिला यहां कोई भी अधिकारी नहीं मिला। वही बीआरसी पर सुभाष कुमार शुक्ला अध्यापकों की बैठक करते मिले। वही ABC का कार्यालय भी बंद मिला,SDO मोहम्मदी (बिजली विभाग) अपने कर्यालय में अपना काम निपटाते मिले। यहां ग्रामीण उपभोगताओं के बिल जमा काउंटर भी खुला हुआ मिला। युवा प्रेस क्लब की रियालिटी टीम जिसने मे मोहम्मद अब्बास नकवी,शिवम राठौर, मोहम्मद इलियास,रवि शुक्ला, विमल सिंह,हरिश्चंद्र सिंह,शिब्लू दिलीप शुक्ला,मुन्ना,सुखविंदर सिंह और गौरव मेहरोत्रा ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
रिपोर्ट: सुखविन्दर सिंह कम्बोज