कलियुग में हनुमानजी को साक्षात जागृत देव माना गया है। किसी भी अन्य देवता की आराधना इतना शीघ्र फल नहीं देती है जितना कि बजरंग बली की पूजा। आप बड़े से बड़े संकट में इन्हें याद करें और आपके सभी कष्ट तुरंत ही दूर हो जाएंगे। ऐसा कोई ग्रह या समस्या नहीं, जो इनकी पूजा से दूर नहीं हो सकता है। जानिए ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में
- प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को हनुमानजी को गुड़़ और चने का प्रसाद चढ़ाएं। इससे सूर्य सहित कई अन्य ग्रहों का अशुभ प्रभाव समाप्त होता है। यदि जीवन में कोई आकस्मिक संकट आया हुआ है तो वह भी दूर हो जाता है।
- यदि जेल जाने की स्थिति बन रही हो तो शनिवार के दिन रात्रि 9 बजे बाद हनुमानजी की पूजा कर सुंदर कांड का पाठ करें। इसके बाद प्रतिदिन रात्रि को इसी समय सुंदर कांड का पाठ करते रहें। ऐसा अगले 51 दिनों तक करना है। इस एक उपाय से बड़ी से बड़ी समस्या भी छूमंतर हो जाएगी।
- बहुत से लोगों को भूत-प्रेतों से डर लगता है। कई बार किन्हीं अन्य कारणों से भी डर लगता है, ऐसे में मंगलवार के दिन सुबह हनुमानजी की पूजा कर उनके महामंत्र ॐ हं हनुमंते नम: का जप करें। इससे हर तरह का डर दूर होगा और व्यक्ति का साहस और आत्मबल भी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा।
- कई बार शत्रु बहुत अधिक प्रबल हो जाते हैं। व्यक्ति को हर तरफ से निराशा मिलने लगती है। इस स्थिति में यदि प्रतिदिन 108 बार हनुमानचालिसा का पाठ किया जाए तो निश्चित रूप से सभी शत्रुओं का नाश हो जाता है। यही नहीं, व्यक्ति को अगर कोई ग्रह परेशान कर रहा हो, तो वह भी शुभ फल देने लगता है। इस अनुष्ठान को अगले 108 दिन तक लगातार करते रहें।
- यदि शनि, मंगल, राहु अथवा केतु ग्रह बुरा असर दे रहे हों तो प्रत्येक मंगलवार को सुबह के समय मंदिर में मारुतिनंदन की प्रतिमा के आगे बैठकर सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। उन्हें माला, पुष्प, धूप, देसी घी का दीपक, पान, जनेउ आदि अर्पित करें। पाठ करने के बाद हनुमानजी की पंचोपचार पूजा करें और उनसे अपने कष्ट दूर करने की प्रार्थना करें। लगातार 21 मंगलवार तक यह उपाय करने से व्यक्ति का भाग्य बदलने लगेगा।