नए नागरिकता कानून (Citizenship Act) को लेकर असम में हो रहे विरोध प्रदर्शन में मृतकों की संख्या बढ़कर पांच हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यहां 12 दिसबंर को प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की फायरिंग में घायल हुए शख्स ने आज दम तोड़ दिया। उधर पश्चिम बंगाल में भी नागरिकता कानून के विरूद्ध उग्र विरोध प्रदर्शन जारी है। यहां प्रदर्शनकारियों ने कल यानी शनिवार को पांच ट्रेनों, तीन रेलवे स्टेशनों के अतिरिक्त कम से कम 25 बसों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने ज्यादातर नुकसान रेलवे संपत्तियों को पहुंचाया व मुर्शिदाबाद तथा हावड़ा जिलों ने इसका दंश झेला।
इस नए कानून का पुरजोर विरोध कर रही सीएम ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन व तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं विपक्षी भाजपा ने धमकी दी है कि अगर बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों का उपद्रव जारी रहा तो वह प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए केन्द्र का रुख करेगी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में करोड़ों रुपये की सार्वजनिक संपत्ति या तो नष्ट कर दी गई या भीड़ द्वारा लूट ली गई।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाए रखने व लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन करने की दो बार अपील की। सीएम ऑफिस द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा, ‘कानून अपने हाथ में मत लीजिए। सड़क व रेल यातायात जाम मत कीजिए। सड़कों पर आम लोगों के लिए कठिनाई खड़ी मत कीजिए। ‘ उन्होंने कहा, ‘ सरकारी संपत्तियों को नुकसान मत पहुंचाइए। जो लोग परेशानियां खड़ी करने के दोषी पाए जायेंगे, उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ‘
वहीं पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने सीएम ममता बनर्जी से वर्तमान स्थिति में संविधान के प्रति सच्ची आस्था व निष्ठा दिखाने की अपील की। धनखड़ ने ट्वीट किया, ‘राज्य में हो रही घटनाओं से मैं परेशान व दुखी हूं। सीएम को अपने पद की शपथ के अनुसार हिंदुस्तान के संविधान के प्रति सच्ची आस्था व निष्ठा दिखानी होगी। ‘
असम में 85 लोगों को किया गया गिरफ्तार
असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने शनिवार को बोला कि संशोधित नागरिकता कानून के विरूद्ध प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाओं के सिलसिले में अब तक 85 लोगों को हिरासत में लिया गया है। महंत ने बोला कि दशा काबू में हैं व पुलिस हिंसा में शामिल लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करेगी। डीजीपी ने पीटीआई-भाषा को बताया, पत्थरबाजी की घटनाओं, वाहनों को आग लगाने व लोगों तथा संपत्ति पर हमलों का वीडियो बनाया गया है। हम इनमें शामिल लोगों की पहचान कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करेंगे। महंत ने बोला कि उपद्रव करने के लिये प्रदर्शनों में शामिल होने वाले “बुरे तत्वों” को अरैस्ट कर लिया गया है। उन्होंने कहा, “हिंसा भड़काने में शामिल पाए गए किसी भी आदमी या संगठन के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।