आजकल जन्म दिवस मनाने का उत्साह हर किसी के रहता है कुछ लोग अपने प्रियजन को शुभकामनाये देने के लिए रात 12 बजे का इंतज़ार करते है लेकिन आपको शायद मालूम नहीं है कि रात में 12 बजे से 3 बजे तक किसी का भी जन्म दिवस नहीं मनाना चाहिए क्योकि इसके पीछे एक रोचक कहानी बताई जाती है जो इस प्रकार है।
12 बजे ना मनाएं जन्मदिन:
भारतीय ज्योतिष के मुताबिक रात 12 बजे से 3 बजे के बीच अदृश्य शक्ति हमारे आस पास घूमती रहती है जो हमें किसी भी वक्त बाधा पंहुचा सकती है।
समान्यत: रात 12 बजे से रात 3 बजे की बीच होता है, आमजन इसे मध्यरात्रि या अर्ध रात्रि काल कहते हैं, शास्त्रनुसार यह समय अदृश्य शक्तियों, भूत व पिशाच का काल होता है।
इस समय यह शक्ति अत्यधिक रूप से प्रबल हो जाती हैं, हम जहां रहते हैं वहां कई ऐसी शक्तियां होती हैं, जो हमें दिखाई नहीं देतीं लेकिन अपना प्रभाव छोड़ती रहती है, जिससे हमारा जीवन अस्त-व्यस्त हो उठता है।
प्रेतकाल में केक काटकर, मदिरा व मांस का सेवन करने से अदृश्य शक्तियां व्यक्ति की आयु व भाग्य में कमी करती हैं और दुर्भाग्य उसके द्वार पर दस्तक देता है।