चुनाव आयोग आज में दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा जिसमें गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित हो सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसमें दोनों राज्यों के चुनाव का एलान भी हो जाएगा।दोनों राज्यों में साल के अंत में चुनाव होने हैं। दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है।
दोनों राज्यों के लिए कुछ मुद्दे कॉमन हैं, जिसे लगातार विपक्षी दल उठा रहे हैं। पहला मुद्दा किसानों का है। विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए जोरशोर से ये मुद्दा उठाया है। इसके अलावा महंगाई, बेरोजगारी का मुद्दा भी दोनों राज्यों में विपक्ष उठा रहा है। वहीं, सत्तापक्ष विकास का मुद्दा उठा रहा है।अभी से इन मुद्दों को विपक्षी दल जोरशोर से उठा रहे हैं।
चुनाव आयोग ने बताया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस विज्ञान भवन में दोपहर तीन बजे होगा। सितंबर में चुनाव आयोग का दल हिमाचल प्रदेश और गुजरात के दौरे पर गया था। तब से कयास लगाये जा रहे थे कि दीपावली के आसपास दोनों राज्यों में होने वाले चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
दूसरी ओर भाजपा ने विकास के साथ राष्ट्र सुरक्षा, आम लोगों की सहूलियत, गरीबों-किसानों को मजबूत बनाने के मुद्दे पर चुनावी मैदान पर उतरने का फैसला लिया है। भाजपा हर जगह अपने विकास कार्यों की गिनती करा रही है। 3 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 27 सीटें अनुसूचित जनजाति आदिवासी समाज के लिए रिजर्व हैं।गुजरात में लंबे समय से चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला हो रहा है।