भीषण गर्मी के कारण देश में मई, 2024 में गैस आधारित बिजली उत्पादन कई साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। गैस आधारित बिजली का इस्तेमाल लगातार बढ़ने से दो वर्षों में तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के आयात में तेज वृद्धि का अनुमान है। ग्रिड इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल और मई में देश में गैस आधारित बिजली का उत्पादन एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में दोगुना होकर 8.9 अरब किलोवाट घंटे पहुंच गया। इसके साथ ही, बिजली बनाने में इस्तेमाल कोयले की हिस्सेदारी में कोरोना महामारी के बाद पहली बार गिरावट आई है।
मई में बिजली उत्पादन में कोयले की हिस्सेदारी एक साल पहले की समान अवधि के 75.2 फीसदी से घटकर 74 फीसदी रह गई। वहीं, गैस की हिस्सेदारी 1.6 फीसदी से दोगुना होकर 3.1 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष के दौरान देश में गैस आधारित बिजली के उत्पादन में 10.5 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद है।