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प्रतिदिन दही का सेवन स्त्रियों में कैंसर के जोखिम को बहुत हद तक करता है कम

ताजा अध्ययन में पाया गया है कि प्रतिदिन दही का सेवन स्त्रियों में कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है. शोधकर्ताओं के अनुसार, स्तन कैंसर का एक कारण हानिकारक बैक्टीरिया से पैदा हुई सूजन होने कि सम्भावना है. इस बात को साबित किया जाना बाकी है, लेकिन उपलब्ध साक्ष्य बताते हैं कि बैक्टीरिया से हुई सूजन कैंसर से जुड़ी है.से जुड़े एम्स के डाक्टर उमर अफरोज का बोलना है कि स्तन कैंसर, स्तन कोशिकाओं में विकसित होता है.

आमतौर पर कैंसर स्तन के लोब्यूल्स या डक्ट्स में बनता है. ये वे ग्रंथियां हैं जिनमें दूध बनता है व जो दूध को ग्रंथियों से निपल्स तक पहुंचने का मार्ग प्रदान करती हैं. अनियंत्रित कैंसर कोशिकाएं स्वस्थ स्तन ऊतकों पर आक्रमण करना प्रारम्भ कर देती हैं व बांह में लिम्फ नोड्स तक भी पहुंच सकती हैं. लिम्फ नोड्स कैंसर कोशिकाओं को शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचाने का मार्ग हैं. अध्ययन को मेडिकल हाइपोथेसिस जर्नल में प्रकाशित किया गया था.

यह शोध लैंकेस्सटर यूनिवर्सिटी के मेडिकल विद्यार्थी ऑडय मारवाहा, मॉर्कमबे एनएचएस ट्रस्ट के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स के प्रोफेसर जिम मॉरिस व लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ हेल्थ एंड मेडिसिन के डाक्टर राचेल रिग्बी ने किया था.

शोधकर्ताओं का बोलना है, ‘रोजाना स्त्रियों द्वारा दही का सेवन बचाव का एक सरल, सस्ता तरीका है. दही में आमतौर पर दूध में पाए जाने वाले लाभकारी लैक्टोज फर्मेंटिंग बैक्टीरिया होते हैं जो कि बैक्टीरिया या माइक्रोफ्लोरा के समान होते हैं जो उन माताओं के स्तन में पाए जाते हैं जो स्तनपान करा चुकी हैं.‘

शोधकर्ताओं ने बोला कि स्तन में लैक्टोज फर्मेंटिंग बैक्टीरिया सुरक्षा देने वाले हैं, क्योंकि स्तनपान के हर वर्ष में स्तन कैंसर के जोखिम में 4.3 फीसदी की कमी आती है. अन्य अध्ययनों से भी पता चला है कि दही का सेवन स्तन कैंसर के जोखिम में कमी के साथ जुड़ा हुआ है व इसके कारण को लेकर विशेषज्ञों का बोलना है कि लाभ पहुंचाने वाले बैक्टीरिया द्वारा हानिकारक बैक्टीरिया के ट्रान्सफर के कारण ऐसा होने कि सम्भावना है.

शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि स्टेम सेल्स जो स्तन नलिकाओं की परत को फिर से भरने के लिए विभाजित होती हैं, माइक्रोफ्लोरा से प्रभावित होती हैं. माइक्रोफ्लोरा के कुछ घटक अन्य अंगों में पाए गए हैं जैसे कि कोलोन व पेट. इसलिए यही वस्तु स्तन में होने की आसार है, जहां उपस्थित माइक्रोफ्लोरा स्टेम सेल डिविजन पर असर डालता है व जोखिम को प्रभावित करता है.

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