अधिकतर समय शरीर को बीमारियों और संक्रमण से इम्यून सिस्टम बचाता है। हालांकि, कुछ लोगाें का इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से उन्हें बार-बार संक्रमण होने का खतरा रहता है। स्वस्थ रहने और बीमारियों से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा तंत्र यानी इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी होता है।
सफेद रक्त कोशिकाओं, एंटीबॉडीज और अन्य तत्वों जैसे कि अंगों और लिम्फ नोड्स से इम्यून सिस्टम बनता है। कई विकार प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर कर देते हैं। ये इम्यूनोडेफिशिएंसी विकार हल्के से गंभीर हो सकते हैं और व्यक्ति जन्म से ही या पर्यावरणीय कारकों की वजह से भी इम्यूनोडेफिशिएंसी विकारों से ग्रस्त हो सकता है।
1.काम करने के बाद शरीर में थकान होना स्वभाविक है, लेकिन बिना परिश्रम के शरीर में लगात्तार थकान रहना कमजोर इम्यूनिटी का लक्षण होता है। इसे भूलकर भी नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से अपने शरीर की जांच करवाएं, ताकि शरीर को घातक संक्रमण से बचाया जा सकें।
2.हमारे शरीर का बार-बार बीमार होना भी कमजोर प्रतिरक्षा का संकेत होता है।ऐसे में आप विटामिन—सी युक्त डाइट का सेवन करें।विटामिन—सी हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है।
3.हमारे शरीर में बार-बार किसी तरह की एलर्जी का होना, कमजोर इम्यूनिटी का लक्षण होता है। इस संकेत को अनदेखा करना आपके लिए बहुत परेशानी का कारण बन सकता है।इसलिए आप तुरंत डॉक्टर से सलाह अवश्य लेंवे।