वाराणसी। नागरी प्रचारिणी सभा ने 132 साल के इतिहास में पहली बार छात्र-छात्राओं के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। देश भर के विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं अब सभा में इंटर्न कर सकेंगे। पहले बैच की शुरुआत हो चुकी है और इसमें 10 विद्यार्थियों ने सभा का कैटलॉग तैयार करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही वह सभा की अनमोल विरासत से भी रूबरू हो रहे हैं।
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नागरी प्रचारिणी सभा के 132 वर्ष के इतिहास में पहली बार सभा ने पुस्तकालय समेत सभी विभागों में पुस्तकों की सूची बनाने के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया है। सोशल मीडिया मंचों पर सभा के आह्वान पर महज 10 पदों के लिए 450 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था। इसमें से साक्षात्कार के बाद 10 विद्यार्थियों को कैटलॉगिंग और मेंटेनेंस की जिम्मेदारी दी गई।
15 दिनों में छात्र-छात्राओं ने तैयार की दो विभागों की सूची
15 दिनों में छात्र-छात्राओं ने दो विभागों की सूची तैयार कर ली है। लंबे समय से बंद चल रही लाइब्रेरी में काम के दौरान युवाओं को सभा की समृद्ध विरासत से रूबरू होने का मौका मिला।
सभा की ओर से रामअवध, जेपी शर्मा, स्वाति, तापस, आकाश, शाश्वत और विनायक ने सहयोग किया। सभा के प्रधानमंत्री व्योमेश शुक्ल ने बताया कि सभा की ओर से अब नियमित इंटर्न कराया जाएगा। सभा के 132 सालों के इतिहास पहली बार इंटर्न की शुरुआत की गई है।