बिधूना। क्षेत्र में आए दिन सड़क पर घूम रहे गौवंश दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, कई भारी वाहनों की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। गौवंश की ऐसी दुर्दशा के बाद भी स्थानीय प्रशासन इनके संरक्षण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है। बिधूना तहसील क्षेत्र के बांधमऊ गांव में एक ऐसी विचलित करने वाली तस्वीर देखने को मिली है।
जिसे यकीन कर पाना मुश्किल होगा। जहा शासन की तरफ से गौवंशों और गौशालाओं के लिए लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, तो वहीं बीमारी व भूख प्यास से मरती गाय अधिकारियों को नहीं दिखाई दे रही । लगभग 10 दिन पहले शाम को तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने सड़क किनारे खड़ी गाय को टक्कर मार दी, जिसमें उसे गंभीर चोटें आई हैं। घायल गाय की सुध किसी ने नहीं ली। बाँधमऊ बिधूना कानपुर मार्ग पर पड़ता है इस मार्ग पर लोगों का आना-जाना लगा रहता है, इसके बाद भी घायल मवेशी को उपचार सुविधा मिले, इसकी पहल नहीं की गई।
इस क्षेत्र में कई गौशालाएँ होने के बाबजूद गौवंश सड़कों पर घूम रहे हैं। मुख्य सड़कों पर भारी संख्या में गौवंश खड़े मिल जाएंगे। मवेशी मालिक भी इन्हें सड़कों पर छोड़ने के बाद बेपरवाह नजर आते हैं। इन मवेशियों के कारण सड़क पर जाम के स्थिति बन जाती है एवं असमय इनके लडने और बिदकने से दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहती है।
ग्रामीणों का कहना है कि गाय के इलाज हेतु कई बार गांव के सेक्रेटरी से शिकायत भी की पर कोई सुनवाई नहीं हुई ग्रामीणों ने बताया कि हमने 1076 पर भी शिकायत की है लेकिन सुनवाई नहीं हो पा रही है। गांव वालों का कहना है कि अगर यह गाय सड़क किनारे ऐसे ही पड़ी रही तो फिर किसी वाहन से दुर्घटनाग्रस्त होकर इसकी जान भी जा सकती है।
ग्राम विकास अधिकारी परवेज का कहना है कि गौवंश के घायल होने की खबर मिल गयी थी हर दूसरे दिन डॉक्टर आकर उसका इलाज कर रहे हैं, मगर लंपी वायरस को दृष्टि में रखते हुए बिना जांच के गौशाला में शिफ्ट नही किया जा रहा। बताया कोई गौशाला एक भी गौवंश को नही ले रहा और शाशन से भी बिना जांच के गौवंश को गौशाला में लेने की मनाही है।
रिपोर्ट – राहुल तिवारी