कोरोना संकट के बीच गौतम गंभीर ने अपने घर में काम करने वाली नौकरानी सरस्वती पात्रा के लिए कुछ ऐसा किया कि सोशल मीडिया पर हर कोई भाजपा सांसद व पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर की तारीफ कर रहा है। दरअसल उड़ीसा की रहने वाली सरस्वती ने 21 अप्रैल को अंंतिम सांस ली। इसके बाद गौतम गंभीर ने सरस्वती को अपने घर का सदस्य बताते हुए उनका अंतिम संस्कार किया।
सरस्वती पात्रा काफी समय से शुगर और ब्लड प्रेशर की बीमारी से जूझ रही थीं, और 21 अप्रैल को उन्होंने अंंतिम सांस ली। गंभीर ने ट्वीट कर जानकारी दी और सरस्वती को परिवार का सदस्य ही बताया। भाजपा सांसद के इस काम की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस दया भाव के लिए गंभीर को धन्यवाद दिया।
गंभीर ने अपने ट्वीट किया, ‘‘जो मेरे बच्चों की खास देखभाल करती हो, वह कभी भी नौकरानी नहीं हो सकती। वह परिवार की सदस्य ही थीं। उनका अंतिम संस्कार करना मेरा कर्तव्य था। मैं जाति, धर्म, संप्रदाय और समाज से ज्यादा इंसानियत को मानता हूं। बेहतर समाज बनाने का एक यही रास्ता है। भारत के लिए भी मेरे यही विचार हैं। ओम शांति।’’
Taking care of my little one can never be domestic help. She was family. Performing her last rites was my duty. Always believed in dignity irrespective of caste, creed, religion or social status. Only way to create a better society. That’s my idea of India! Om Shanti pic.twitter.com/ZRVCO6jJMd
— Gautam Gambhir (Modi Ka Parivar) (@GautamGambhir) April 23, 2020
बता दें कि सरस्वती पिछले 6 साल से गंभीर के घर में काम कर रही थीं। शुगर और ब्लड प्रेशर के कारण उन्हें दिल्ली के ही प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सरस्वती उड़ीसा के जाजपुर जिले की रहने वाली थीं। धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट किया, ‘‘गंभीर के इस काम से लाखों गरीब लोगों में इंसानियत पर विश्वास बढ़ेगा, जो अपने घरों से दूर काम कर रहे हैं। इस काम से लोगों में भी गरीबों के प्रति सम्मान बढ़ेगा।’’