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सोना 50 हजार रुपये के पार, अभी और चढ़ सकता है भाव

वैश्विक स्तर पर सोने की मांग में तेजी और डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से बुधवार को मुंबई के रिटेल मार्केट में सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 50 हजार रुपये के पार चली गई. भारत में सोने के प्रति दीवानगी जगजाहिर है लेकिन यह पहला मौका है जब इसकी कीमत 50 हजार रुपये के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार पहुंची है. हालांकि इस दौरान एमसीएक्स में सोने के अगस्त की डिलीवरी वाले अनुंबध की कीमत 49 हजार रुपये से नीचे थी.

सोने की कीमतें 2018 के मध्य से चढ़नी शुरू हुई थीं. तब तक इसकी कीमत कई वर्षों से 30 हजार से 32 हजार रुपये के आसपास बनी हुई थी. पिछले दो वर्षों में इसकी कीमत में 57 फीसदी उछाल आई है. रिटर्न के मामले में इसने बाकी सभी एसेट क्लासेज को पीछे छोड़ दिया. सोने के बाद 10 ईयर गिल्ट्स ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है. इसने करीब 17 फीसदी रिटर्न दिया है.

मंगलवार रात न्यूयॉर्क में सोने की कीमत 8 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी. इसका भाव प्रति औंस 1800 डॉलर से कुछ ऊपर था. इससे बुधवार को घरेलू बाजार में सोने की कीमत में तेजी आई. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वीपी (कमोडिटीज रिसर्च) नवनीत दमानी के मुताबिक कोरोना वायरस के फिर से सिर उठाने की आशंका के कारण सोना करीब 8 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. इसने सोने को मार्च 2016 के बाद सबसे अधिक तिमाही रिटर्न के रास्ते में डाल दिया.

बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज की हाल में आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले कुछ वर्षों में स्टॉक्स और बॉन्ड्स में बेहतर रिटर्न की उम्मीद नहीं है. इसलिए निवेशकों का रुझान सोने की तरफ हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक 2021 के अंत तक सोने की कीमत 3000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है. मौजूदा एक्सचेंज रेट के हिसाब से भारतीय मुद्रा में यह राशि 82 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम बैठती है. जानकारों का कहना है कि हॉन्ग कॉन्ग के मुद्दे पर अनिश्चितता, कोरोना के दूसरे दौर के संक्रमण से ग्लोबल इकनॉमी के सुस्त पड़ने की आशंका से भी सोने की कीमत में बढ़ रही है.

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