केंद्र सरकार ने देश के गन्ना किसानों को बुधवार को बड़ी राहत दी। सरकार की ओर से गन्ने के खरीद मूल्य में 10 रुपये का इजाफा किया गया। अब किसानों को गन्ना के लिए 315 रुपये प्रति क्विंटल का दाम मिलेगा।
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केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने खुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस फैसले से 5 करोड़ गन्ना किसानों और उनके आश्रितों को सीधा लाभ मिलेगा। साथ ही चीनी मिलों और संबंधित सहायक गतिविधियों में कार्यरत 5 लाख श्रमिकों को इससे फायदा होने वाला है।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने गन्ने का न्यूनतम मूल्य बढ़ाने का फैसला किया। सत्र 2023-24 के लिए गन्ने का एफआरपी 315 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य है जिसे चीनी मिलों को गन्ना किसानों को देना होता है। गन्ना सत्र अक्टूबर से शुरू होता है।
आज कैबिनेट की बैठक में गन्ने के दाम में बढ़ोतरी करके 315 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य निर्धारित किया गया है ।
-श्री @ianuragthakur#CabinetDecisions pic.twitter.com/QfKMsNYZOk
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) June 28, 2023
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा अन्नदाताओं के पक्ष में रहे हैं। यही वजह है कि कृषि मंत्रालय के साथ किसान कल्याण मंत्रालय इसका नाम रखा गया। इसी के तहत किसानों को प्राथमिकता में रखा गया।
In a historic decision taken towards the welfare of farmers and promoting sustainable agriculture, govt. under the able leadership of Hon'ble PM @narendramodi ji approved the scheme with a total outlay of ₹ 3,70,128.7 Cr.
The approved schemes will promote judicious use of… pic.twitter.com/THkFcYdVBG
— Anurag Thakur (मोदी का परिवार) (@ianuragthakur) June 28, 2023
उन्होंने कहा, ‘चीनी मिलों की ओर से गन्ना किसानों को उचित मूल्य मिले, इसलिए दामों में बढ़ोतरी की गई है। गन्ने की नई कीमत 315 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई जो कि अब तक का सबसे ऊंचा दाम है। चीनी मिलों की ओर से यह कीमत किसानों के खाते में सीधे दी जाएगी।’