नई दिल्ली। अपने पिता के निधन की खबर सुनकर भी अपने कर्तव्य पथ से विचलित न होने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कर्तव्यबोध इस बात का प्रतीक है कि उनके लिए सूबे की 23 करोड़ जनता का हित सर्वोपरि है। इन शब्दों में मुख्यमंत्री के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए देश के जाने माने राजनीतिक रणनीतिकार, पॉलिसी मेकर व अखिल भारतीय प्रधान संगठन के राष्ट्रीय संयोजक कृष्ण झा ने उन्हें महामानव करार दिया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली एम्स में जब उनके पिता ने सुबह 10.44 पर अंतिम सांस ली उस वक्त यूपी के सीएम लखनऊ में कोरोना महामारी से निपटने के लिए मीटिंग कर रहे थे। पिता की मौत का संदेश पाकर भी उन्होंने धैर्य नहीं खोया बल्कि अधिकारियों के संग मीटिंग जारी रखा। झा ने कहा कि उनके इस कर्तव्यबोध से कम से कम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को जरूर सीख लेनी चाहिए जिनके राज्य में निर्दोष संतों की भीड़ द्वारा बेरहमी से पीट पीटकर हत्या कर दी गई।
लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अपने पिता की अंत्येष्टि में भाग न लेने की योगी आदित्यनाथ के निर्णय की सराहना करते हुए कृष्ण झा ने कहा कि इसके जरिए भी मुख्यमंत्री ने एक बड़ी लाइन खींची है। सीएम योगी ने इस संबंध में एक नोट जारी किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि उन्हें अपने पिता की मृत्यु का दुख है। वह उन्हें अंतिम बार देखना भी चाहते थे लेकिन वैश्विक महामारी के चलते वह ऐसा नहीं कर सके।
योगी ने एक बहुत ही भावुक पत्र लिखा है और जिसमें उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन के ऊपर अपने कर्तव्य को रखने की बात कही है। अंतिम क्षणों में पिता के दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परंतु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ की जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण वे ऐसा न कर सके।
झा ने जहां यूपी के सीएम के इस कर्तव्यबोध को अनुकरणीय करार दिया वहीं, महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं समेत 3 लोगों की निर्मम हत्या पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया। उन्होंने मुंबई के कांदिवली पूर्व स्थित हनुमान मंदिर 35 वर्षीय सुशीलगिरी महाराज, 70 वर्षीय चिकणे महाराज कल्पवृक्षगिरी और 30 वर्षीय ड्राइवर निलेश की लोमहर्षक हत्या को उद्धव ठाकरे के माथे का कलंक करार दिया।
झा ने कहा कि ऐसी विपदा के समय इस तरह की अमानवीय घटना और भी ज्यादा परेशान करने वाली है। उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले की हाई लेवल जांच करवाने की मांग करते हुए कहा कि घटना में संलिप्त अपराधियों को कठोर से कठोर दंड मिले यह सुनिश्चित करना चाहिए।