गृह मंत्रालय ने पूर्णबंदी के मद्देनजर विभिन्न चैटिंग और कांफ्रेन्स प्लेटफार्म के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए लोगों को आज आगाह किया कि ‘जूम मीटिंग प्लेटफार्म’ सुरक्षित नहीं है। गृह मंत्रालय ने इस ऐप की सुरक्षा को लेकर एडवायजरी जारी की है। जिसमें सरकार ने लोगों को इस ऐप के इस्तेमाल के साथ सावधानी बरतने को कहा है।
गृह मंत्रालय के तहत आने वाले साइबर समन्वय केन्द्र ने आज एक परामर्श जारी कर कहा है कि यह लोगों द्वारा निजी इस्तेमाल के लिए सुरक्षित प्लेटफार्म नहीं है। सरकारी अधिकारियों से कहा गया है कि वे आधिकारिक कामकाज के लिए इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल न करें। इससे पहले इंडियन कंप्यूटर इमरजेन्सी रेस्पान्स टीम ने भी इसी तरह का परामर्श जारी कर इस प्लेटफार्म के इस्तेमाल से दूर रहने को कहा था।
मंत्रालय ने कहा है कि यदि कोई व्यक्ति इस परामर्श के बावजूद इस प्लेटफार्म का निजी तौर पर इस्तेमाल करना चाहता है तो उसे इससे संबंधित दिशा-निर्देशों पर ध्यान देना चाहिए। परामर्श का उद्देश्य इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने वाले को इस बारे में आगाह करना है कि वह चैटिंग या कान्फ्रेन्स के दौरान किसी के कान्फ्रेंस में अनधिकृत प्रवेश और उसके टर्मिनल पर हमले के प्रति सावधान रहे।