- Published by- @MrAnshulGaurav
- Friday, July 15, 2022
उत्तर प्रदेश। प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आज यहां राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या के नैक मूल्यांकन के प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा नैक की तैयारियों हेतु सभी सातों क्राइटेरिया पर कमेटी के सदस्यों से बिन्दुवार तैयारी की जानकारी ली।
उन्होंने प्रस्तुतिकरण में कुछ बिंदुओं पर आवश्यक सुधार के सुझाव देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के पास साधन और क्षमताओं की बेहतर उपलब्धता है, इसलिए सिर्फ अपना नैक मूल्यांकन कराने तक सीमित न रहें अपितु इतना सक्षम बनें कि अन्य विश्वविद्यालयों को नैक मूल्यांकन करने की अर्हता प्राप्त कर लें। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र देव विश्वविद्यालय को देश की कृषि समस्याओं के समाधानों से जुड़ना चाहिए और अपनी क्षमताओं को देश हित में प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कमेटी के सदस्यों को देश के कम उपजाऊ क्षेत्रों और पराली समस्या की ओर भी ध्यान देने को कहा और इस दिशा में बेहतर निदान प्रस्तुत करने पर चर्चा की। कहा कि मूल्यांकन के लिए एस0एस0आर0 (सेल्फ स्टडी रिपोर्ट) दाखिल करने से पूर्व विश्वविद्यालय अपनी शत-प्रतिशत तैयारी करे और सभी आवश्यक सुधार लागू करा लिए जाएं।
उन्होंने विद्यार्थियों के लिए पुस्तकों की उपलब्धता पर चर्चा करते हुए पुस्तकालय को 24 घंटे खोलने की सुविधा उपलब्ध कराने पर विचार करने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग से स्टाफ न रखकर कुछ जिम्मेदार विद्यार्थियों को उत्तरदायित्व दिया जा सकता है। राज्यपाल जी ने शिक्षण में मातृ-भाषा की प्राथमिकता पर जोर दिया और कहा कि हिन्दी भाषी विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से केन्द्र सरकार से हिन्दी में विषय पुस्तकें खरीदी जा सकती हैं।
बैस्ट प्रैक्टिस बिन्दु पर चर्चा करते हुए राज्यपाल जी ने गरीब किसानों और किसान महिलाओं को विश्वविद्यालयय की ओर से सहायता कार्यों में जोड़ने को कहा। उन्होंने कहा ऐसे मेहनती और इच्छुक लाभार्थियों को विश्वविद्यालय ‘मुद्रा योजना’ से लोन दिलाने में सहायता कर सकता है।