किसी भी जंग में नुकसान सिर्फ अर्थव्यवस्था या इंफ्रास्ट्रक्चर का नहीं होता, बल्कि हजारों जानों की कुर्बानी ही इसका नतीजा निकलता है. इजराइल-हमास के बीच जारी जंग में दोनों देशों के लोगों की बड़ी संख्या में मौत हुई है. हमास के आतंकियों ने न सिर्फ इजराइल में घुसपैठ करके आतंक मचाया, बल्कि वहां के नागरिकों को बंधक बनाकर, उन्हें मानव शिल्ड की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं.
अब फिलिस्तीन के इस आतंकी संगठन ने, गाजा में कैद कुछ बंधकों को रिहा करने का फैसला लिया है. कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने एक वीडियो संदेश में यह घोषणा की. साथ ही ओबैदा ने इजराइल को धमकी भी दी. अपने संबोधन में उन्होंने इजरायली बलों के लिए ‘कब्रिस्तान’ और ‘दलदल’ में बदलने का भी वादा किया. हमास ने कहा कि उन्होंने बिचौलियों को सूचना दे दी है कि वह कुछ विदेशियों को रिहा कर देंगे.
230 से भी ज्यादा बंधक हमास की कैद में
हमसा के आतंकियों ने अपने कब्जे में 230 से भी ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर रखा है. इसमें इजराइल के सैनिकों के अलावा, आम नागरिक और कुछ विदेशी भी शामिल हैं. 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले के दौरान ही उन्होंने सभी को बंधक बना लिया था. बता दें कि हमास ने अभी तक कुल 5 बंधकों को रिहा किया है. इन बंधकों की रिहाई या तो राजनयिक चैनल के माध्यम से हुई है, जिसमें कतर और इजिप्ट ने अहम भूमिका निभाई.
संयुक्त राष्ट्र सहित अन्य संगठनों ने उठाई आवाज
कई मानवाधिकार संगठन और संयुक्त राष्ट्र ने भी हमास से इन बंधकों को रिहा करने के आदेश दिए थे. वहीं, जिन लोगों को बंधक बनाया गया है उनके परिजनों ने इजराइली सरकार से उनकी रिहाई की मांग की है. इसके लिए इजराइल में ही कई स्थानों पर प्रदर्शन भी हो रहे हैं.