लखनऊ। राष्ट्रीय लोक दल के उत्तर प्रदेश के प्रवक्ता वेद प्रकाश शास्त्री ने एक बयान में कहा की उत्तर प्रदेश की सरकार ने 1 अक्टूबर से सरकारी धान क्रय केंद्रों पर किसानों से धान खरीदने की आदेश समस्त खरीद एजेंसियों व विभागों को दिए थे, इसके विपरीत आज 19 अक्टूबर तक यह आदेश हवा हवाई हैं। कोई भी सरकारी क्रय केंद्र चयनित स्थान पर अभी तक स्थापित नहीं हो पाया किसान अपना धान ओने पौने दामों में मंडियों में बेचने को मजबूर हैं।
एक तरफ उत्तर प्रदेश की सरकार कहती थी कि 2022 में किसानों की आमदनी दोगुना कर देंगे अब ऐसा प्रतीत हो रहा है। किसानों की आमदनी दोगुना की जगह आधी हो गई है चार गुना महंगाई बढ़ गई है। खाद डीजल कीटनाशक दवाओं के दाम आसमान को छू रहे हैं।
किसी सरकार ने घोषणा की थी कि किसानों के गन्ने का भुगतान 14 दिन के अंदर कर दिया जाएगा अगर 14 दिन में भुगतान नहीं हो पाया तो किसानों को मैं ब्याज के ब्याज उनके खाते में भेज दिया जाएगा, बड़ी विडंबना की बात है 14 दिन की बात तो बहुत दूर 14 महीने हो गए हैं और दोबारा चीनी मिल चलने वाली है।
अभी पुराने गन्ने का भुगतान किसानों को नहीं हो पाया। किसान आत्महत्या करने को मजबूर है, यह किसान विरोधी मजदूर विरोधी के ऊपरी विरोधी सरकार है। आए दिन उत्तर प्रदेश के अंदर व्यापारियों की हत्या और अपहरण की घटनाएं आम हो गई है। महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। वेद प्रकाश शास्त्री ने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो राष्ट्रीय लोक दल बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होगा।