हरियाणा के सोनीपत में चैत्र नवरात्र के व्रत में कुट्टू के आटे से बने व्यंजन खाने से 300 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ गई। इनमें से कई लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
इस मामले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। प्रशासन ने जिला स्तरीय कमेटी बनाकर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
एक अधिकारी ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते दुए बताया कि सोनीपत जिले में बुधवार देर शाम नवरात्र के पहले दिन का व्रत खोलने के लिए कुट्टू के आटे से बनी रोटियां और अन्य व्यंजन खाने के बाद करीब 300 लोग बीमार पड़ गए। अधिकारी ने बताया कि कुट्टू के आटे से बने व्यंजन खाने के बाद अधिकतर लोगों ने उल्टी-दस्त, जी मिचलाने और चक्कर आने की शिकायत की।
जिला प्रशासन बताया कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए टीम बनाई है जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी शामिल हैं। नागरिक अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश सिंघल ने बताया कि मरीजों ने बताया कि रात में व्रत खोलने के दौरान उन्होंने कुट्टू के आटे से बने व्यंजनों का सेवन किया, जिसके बाद उन्हें पेट दर्द, उल्टी-दस्त और ब्लड प्रेशर कम होने की शिकायत हुई।
इस बीच, खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सोनीपत औद्योगिक क्षेत्र में एक आटा चक्की पर छापेमारी की कार्रवाई की जहां से 5 क्विंटल सामक, 10 क्विंटल कुट्टू का आटा और 30 किलो पिसा हुआ सिंगाड़ा बरामद किया गया।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि कुट्टू का आटा खाने से सोनीपत के मॉडल टाउन, जीवन नगर, तारा नगर और ओल्ड डीसी रोड, फैज बाजार, मिशन चौक क्षेत्र के करीब 300 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार रात से अब तक कुट्टू का आटा खाने से बीमार 300 से अधिक लोग अस्पताल पहुंचे हैं, जिन्हें शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।