औरैया। प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना काल में 25 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि केवल तीन प्रतिशत कर्मचारियों को देने के लिए जारी शासनादेश का स्वास्थ्य विभाग के समस्त संवर्ग द्वारा काली पट्टी बांधकर व शासनादेश की प्रतियां जलाकर विरोध किया।
उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रान्तीय नेतृत्व के आवाहन पर मंगलवार को औरैया जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिधूना पर कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के जिला संयोजक डॉक्टर श्याम नरेश दुबे के नेतृत्व में समस्त राज्य संविदा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों व अधिकारियों ने काली पट्टी बाँध कर कार्य किया और शासन के आदेश की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर डॉक्टर दुबे ने कहा कि सरकार ने 25 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि केवल तीन परसेंट कर्मचारियों को देने के लिए जो शासनादेश सरकार ने जारी किया है उसका हम सभी विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के समस्त संवर्ग के कर्मचारी अधिकारी इस कोविड-19 महामारी में अपनी जान को जोखिम में डालते हुए कोविड अस्पतालों, आपातकालीन सेवाओं, वैक्सीनेशन कार्य, सेम्पलिंग कार्य एवं ओपीडी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, परंतु सरकार उनमें विभेद कर रही है। इतना ही नहीं कोविड संक्रमण से शहीद हुए कर्मचारियों के परिवारों को अनुमन्य आर्थिक सहायता भी समय से नहीं मिल पा रही है, जिससे उनके परिवार गंभीर हालत से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार के कर्मचारियों के प्रति उपेक्षा पूर्ण व्यवहार को देखते हुए प्रांतीय आवाहन पर आज काली पट्टी बांधकर कार्य किया गया और शासन के आदेश की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया है और यदि हमारी मांगे पूरी हुई तो राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद वृहद रूप से आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। इस अवसर पर बेसिक हैल्थ वर्कर संघ के जिलाध्यक्ष पंकज दुबे, डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एशोसिएशन के जिला मंत्री डॉक्टर विवेक गुप्ता, डॉक्टर स्वास्तिका शर्मा, डॉक्टर के बी शाक्य, डॉ. नीरज गुप्ता, कुलदीप कुमार, राजीव कुमार, गौरव तिवारी एक्सरे संघ, योगेन्द्र चौहान, अंकिता त्रिपाठी एल टी संघ, शिवम, रविशंकर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर