हार्ट अटैक एक ऐसी जानलेवा बीमारी है, जो न सिर्फ बुजुर्गों और युवाओं बल्कि बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रही है। पिछले कुछ दिनों से बच्चों में हार्ट अटैक के मामले काफी तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं। हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों को देखकर हर कोई परेशान है। वहीं बच्चों में हार्ट अटैक का जोखिम देखकर पेरेंट्स भी चिंतित हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बच्चों में दिखने वाले कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनको नजरअंदाज करना खतरे से खाली नहीं हो सकता है। तो आइए जानते हैं उन 5 वॉर्निंग साइन के बारे में, जो हार्ट अटैक की ओर इशारा करते हैं।
बच्चों में हार्ट अटैक के लक्षण
अगर बच्चे के सीने में दर्द या भारीपन का लक्षण महसूस होता है, तो इसको भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। वहीं अगर किसी फिजिकल एक्टिविटी के दौरान दर्द हो तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि कई बार लोग इसको गैस का दर्द समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
वहीं अगर बच्चा हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करता है या फिर सीढ़ियां चढ़ने-उतरने के दौरान हांफने लगता है और सांस लेने में परेशानी होती है। तो यह लक्षण हार्ट में गड़बड़ी की ओर इशारा करता है। कई बार शरीर में खून की कमी होने पर कमजोरी की वजह से ऐसा होता है। लेकिन इन लक्षणों के दिखने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
अगर बच्चा किसी वजह से कमजोरी महसूस कर रहा है या फिर बार-बार चक्कर या बेहोशी आती है। दिल की धड़कन आदि बढ़ रही है, तो यह लक्षण भी दिल की बीमारी की ओर इशारा करता है। वहीं बच्चा यदि फिजिकल एक्टिविटी करने के दौरान पसीने से भीग जाता है या उल्टी आदि हो रही है। तो भी पेरेंट्स को बच्चे की सेहत को लेकर सतर्क हो जाना चाहिए।
यदि बच्चे के होंठ, उंगलियां और स्किन नीली पड़ रही है, तो यह दिल से जुड़ी गंभीर बीमारी की ओर इशारा हो सकता है। बता दें कि ऐसा तब होता है, जब दिल सही तरह से ब्लड पंप नहीं कर पाता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी महसूस होने लगती है।