
गन्ने का रस सबसे ज्यादा पिया जाता है और यह एक प्राकृतिक पेय है, जिसका स्वाद दुनिया भर में अपने ताजगी और कई स्वास्थ्य लाभों के लिए लिया जाता है। गन्ने के जूस में आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट जैसे ज़रूरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसे अक्सर ऊर्जा बढ़ाने वाले और डिहाइड्रेशन के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में सेवन किया जाता है। हालांकि, इसके कई फायदों के बावजूद, गन्ने के रस के अत्यधिक सेवन से कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। इनमें ज़्यादा चीनी की मात्रा शामिल हो सकती है जिससे ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि, पाचन संबंधी समस्याएं और अगर स्वच्छता से जूस तैयार न किया जाए तो संभावित डायरिया के जोखिम हो सकते हैं। आइए आपको बताते हैं अत्यधिक गन्ने का जूस सेवन करने से क्या होता है?
इन लोगों को नहीं पीना चाहिए गन्ने का रस
मोटापा
गन्ने के जूस में कैलोरी सबसे अधिक होती है और शर्करा की मात्रा भी सबसे अधिक होती है, जिस वजह से व्यक्ति के लिए मोटापा का खतरा बढ़ जाता है। कई शोध मे पता चला है कि गन्ने क जूस में लगभग 270 कैलोरी और लगभग 100 ग्राम चीनी की मात्रा होती है। इसके नियमित सेवन से मोटापा का खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज
गन्ने के जूस पीने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। गन्ने के रस में प्राकृतिक रुप से अधिक मात्रा में चीनी होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेजी बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्राल
यदि आपका कोलेस्ट्राल बढ़ गया है, तो गन्ने का रस का सेवन ना करें। इसके नियमित सेवन से बैड कोलेस्ट्राल अधिक मात्रा में बढ़ गया है। अधिक चीनी के सेवन करने से लीवर को एलडीएल कोलेस्ट्राल (बैड कोलेस्ट्राल) बनने लगता है, जिससे एचडीएल कोलेस्ट्राल (गुड कोलेस्ट्राल) कम हो जाता है।
अनिद्रा की शिकायत
अगर आप स्ट्रेस या अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आप गन्ने का जूस का सेवन ना करें। गन्ने के रस में पाया जाने वाला पोलीकोसैनॉल नींद ना आने कारण हो सकता है। जिससे व्यक्ति की अनिद्रा की समस्या बढ़ जाती है।
दांतों में कैविटी
अधिक गन्ने का जूस पीने से दांतो में कैविटी की समस्या उत्पन्न हो सकती है। गन्ने की मिठास की वजह से कैविटी की समस्या और बढ़ जाएगी।